Fatehpur District Hospital: फतेहपुर सदर अस्पताल में महिला की मौत के बाद हंगामा! नाक मुंह से निकल रहा था झाग
यूपी (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) मेडिकल कॉलेज से संबद्ध जिला महिला अस्पताल (सदर) में ऑपरेशन के बाद एक महिला की मौत हो गई.परिजनों ने ईलाज के दौरान लाफरवाही का इल्ज़ाम लगाते हुए डॉक्टर और स्टाप पर आरोप लगाया है (Uproar After woman's Death in Fatehpur Women District Hospital Sadar)
Fatehpur District Hospital Sadar News: फतेहपुर के अमर शहीद जोधा सिंह अटैया ठाकुर दरियाव सिंह चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध जिला महिला अस्पताल में मंगलवार को एक महिला की ऑपरेशन के तीसरे दिन मौत हो गई.आरोप है कि ईलाज के दौरान स्टॉफ और डॉक्टर ने लाफरवाही बरती जिसकी वज़ह से प्रसूता की जान चली गई. परिजनों ने जिलाधिकारी और मुख्य चिकित्साधिकारी को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है.
क्या था पूरा मामला (Fatehpur District Hospital Sadar News)
फतेहपुर के वर्मा चौराहे (अमरजई वार्ड) की रहने वाली अमृता (30) पत्नी रणवीर सिंह को लेबर पेन के चलते 2 अक्टूबर को जिला महिला अस्पताल में भर्ती किया गया था. शाम को ऑपरेशन के बाद उनको एनसी वार्ड में सिफ्ट कर दिया गया. जानकारी के मुताबिक अमृता बिल्कुल स्वस्थ थीं लेकिन 4 अक्टूबर को सुबह से उनकी तबियत अचानक बिगड़नी शुरू हो गई और डॉक्टर के पहुंचने से पहले उसने दम तोड़ दिया. अमृता की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया जिसके चलते मौके पर पुलिस पहुंच गई. बताया जा रहा है कि मृतका के परिजन त्रिलोकी नाथ ने जिलाधिकारी और सीएमओ को पत्र लिखकर लाफरवाही करने वाले डॉ0 पी के गुप्ता और और उनके स्टॉफ पर कार्रवाई की मांग की है
कैसे हुई अमृता की मौत? (Fatehpur District Hospital News)
प्रसूता अमृता का 2 अक्टूबर को लेबर पेन के बाद ऑपरेशन किया गया था. बताया जा रहा है कि ऑपरेशन के बाद वह बिल्कुल स्वस्थ थी लेकिन अचानक उसकी मौत कैसे हुई? इसकी जानकारी जब डॉ0 पीके गुप्ता से की गई तो उन्होंने बताया की रविवार को महिला का ऑपरेशन किया गया था और मंगलवार को तीसरा दिन था.मरीज सुबह साढ़े दस बजे तक वह पूरी तरह से ठीक थी अचानक तबियत खराब होने पर जब मैं वहां पहुंचा तो अमृता की पल्स पूरी तरह से बंद हो चुकी थी और उसके नाक और मुंह से पानी की तरह झाग निकल रहा था. उन्होंने बताया कि अक्सर जब ऑपरेशन से मरीज़ को कोई दिक्कत होती है तो उसको उल्टियां होती हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ उसके मुंह और नाक से झाग आ रहा था जिसको प्रथम दृष्टया पोलमोनरी अरेस्ट या कार्डियक अरेस्ट कह सकते हैं. डॉ0 पीके गुप्ता (Dr.PK Gupta) ने बताया कि मरीज़ के मरने का कारण ऑपरेशन नहीं है अगर उनके परिजन पोस्ट मार्टम कराना चाहते हैं तो करा सकते हैं.
भर्ती मरीजों ने बताई असली सच्चाई (Fatehpur Sadar Hospital News)
अमृता की मौत कैसे हुई इसकी जानकारी तो पोस्ट मार्टम के बाद ही पता चल सकती है लेकिन उसकी तबियत अचानक कैसे बिगड़ी जब इसकी जानकारी की गई तो पता चला की अमृता को तीसरे दिन से पानी थोड़ा-थोड़ा घूंट घूंट करके पीने के लिए कहा गया था लेकिन अमृता ने खुद आधा आधा ग्लास पानी दो बार में पिया.
एक वीडियो में अमृता के बगल की पेसेन्ट सादिया के अटेंडेंट जानकारी देते हुए बता रहे हैं की ज्यादा पानी पीने की वजह से अचानक उसको सांस लेने में दिक्कत होने लगी और उसकी तबियत बिगड़ गई और देखते ही देखते पांच से दस मिनट में उसकी मौत हो गई.आपको बता दें की अक्सर डॉक्टर ऑपरेशन के बाद दो दिन तक पानी देने के लिए रोंकते हैं और तीसरे दिन से घूंट-घूंट थोड़ा पानी पीने की सलाह देते हैं (Fatehpur District Hospital Sadar News)