Mahakumbh के चक्रव्यूह की डिजिटल सिक्योरिटी करेगा IIT Kanpur, परिंदा भी पर नहीं मार पाएगा
Kanpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj) में महाकुंभ (Mahakumbh 2025) की डिजिटल सिक्योरिटी अब IIT Kanpur की निगरानी में होगी. 10 सीनियर वैज्ञानिक 360 डिग्री रिव्यू सुरक्षा की जिम्मेदारी रखते हुए चक्रव्यूह की रचना करेंगे
Kanpur IIT Security On Mahakumbh: यूपी के प्रयागराज (Prayagraj) में होने वाले महाकुंभ में अब कानपुर आईआईटी के सीनियर वैज्ञानिक डिजिटल सिक्योरिटी के माध्यम से चक्रव्यूह की रचना करने वाले है. आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स के माध्यम से पूरे अस्थाई जिले की 360 डिग्री साइबर सुरक्षा की निगरानी 10 वरिष्ठ वैज्ञानिकों की जिम्मेदारी में होगी.
बताया जा रहा है कि इस विराट आयोजन में देश विदेश से करीब 40 करोड़ लोगों के पहुंचने का अनुमान है वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने 100 करोड़ के अनुमान के मुताबिक इंतजाम का विगुल फूंक दिया है. राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई दिग्गज वीवीआईपी हस्तियां इस पावन धरा में पहुंचेंगी जिनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी Kanpur IIT करेगा.
कानपुर आईआईटी के वैज्ञानिक करेंगे महाकुंभ का निरीक्षण
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक Kanpur IIT के निदेशक प्रो. मणींद्र अग्रवाल की देखरेख में करीब 10 वरिष्ठ वैज्ञानिकों का एक जत्था Mahakumbh का निरीक्षण करते हुए डिजिटल सिक्योरिटी के अपने उपकरण पूरे अस्थाई जिले में स्थापित करेगा.
बताया जा रहा है कि Kanpur IIT के वैज्ञानिक जगह-जगह पर सेंसर लगाएंगे और मेटल डिटेक्टर के माध्यम से पूरी साइबर सिक्योरिटी का ध्यान रखा जाएगा. इसके लिए कई सिक्योरिटी सर्वर भी बनाए जाएंगे और ड्रोन से महाकुंभ (Mahakumbh) की निगरानी की जाएगी.
स्कैनर के माध्यम से आने वाले किसी भी खतरे को पहले ही भांप लिया जाएगा. जानकारी के अनुसार वैज्ञानिक रिव्यू के माध्यम से अपनी सुरक्षा तकनीकों में लगातार परिवर्तन भी कर सकते हैं.
दो महीने से चल रहा है सुरक्षा तकनीक पर काम
मीडिया को जवाब देते हुए प्रभारी प्रो. दीपू फिलिप कहते हैं कि पिछले दो महीने से सुरक्षा के रिव्यू पर लगातार काम चल रहा है. कमियों को चिहिंत करते हुए उसमें लगातार सुधार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि साइबर सुरक्षा भी एक बड़ा पहलू है जिसमें इसी भी प्रकार की कोई भी कोताही नहीं होनी चाहिए. आपको बतादें कि महाकुंभ के दौरान पूरी दुनिया की नज़र भारत पर होगी जिससे जिम्मेदारी भी अधिक हो जाती है.