UP News: यूपी के फतेहपुर और कानपुर देहात के मत्स्य अधिकारी सस्पेंड ! मंत्री के आदेश पर कार्रवाई
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) और कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के मत्स्य अधिकारी (Fisheries Officer) को अपने काम लापरवाही के चलते मत्स्य मंत्री डॉ. संजय निषाद (Dr Sanjay Nishad) के आदेश पर निलंबित कर दिया गया है साथ ही जांच के आदेश दिए गए हैं.
UP News In Hindi: यूपी के फतेहपुर (Fatehpur) और कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के मत्स्य अधिकारी (Fisheries Officer) को लापरवाही के चलते मत्स्य मंत्री डॉ संजय निषाद (Dr. Sanjay Nishad) के आदेश पर निलंबित (Suspend) कर लखनऊ संबद्ध कर दिया गया है.
बताया जा रहा है कि लापरवाही के चलते लोगों ने मंत्री से शिकायत की थी. ऐक्शन में आए संजय निषाद ने कानपुर देहात के ज्येष्ठ मत्स्य निरीक्षक अवनीश कुमार सिंह यादव और फतेहपुर के सहायक निदेशक मत्स्य गिरीश चंद्र यादव को सस्पेंड कर दिया साथ ही विभागीय जांच के आदेश जारी किए हैं.
फतेहपुर के सहायक निदेशक मत्स्य सस्पेंड
फतेहपुर (Fatehpur) में सहायक निदेशक मत्स्य के पद पर कार्यरत गिरीश चंद्र यादव (Girish Chandra Yadav) को सस्पेंड कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि गिरीश चंद्र पर मत्स्य जीवी सहकारी समितियों के गठन में जानबूझकर विलंब किया गया. जानकारी के मुताबिक समितियों के गठन ना होने से मछुआ परिवार बेहद परेशान चल रहे थे.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रामपूजन ने बताया कि अधिकारी की लापरवाही की शिकायत वह तहसील दिवस में भी कर चुके थे. बताया जा रहा है कि पिछले दिनों जिले में डॉ. संजय निषाद का दौरा था जिसको लेकर लोगों ने अधिकारी की शिकायत की थी.
जांच में पाया गया कि 50 आवेदनों में 32 के ही बायलॉज प्राप्त हुए हैं. फरवरी 2024 के प्राप्त आवेदनों में समय से कार्यवाही ना करने पर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया साथ ही लखनऊ मुख्यालय संबद्ध कर दिया गया. अयोध्या मंडल को इस मामले में जांच दी गई है.
मीडिया को जानकारी देते हुए मंत्री डॉ. संजय निषाद (Dr Sanjay Nishad) ने कहा कि विभागीय योजनाओं में किसी प्रकार की शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
कानपुर देहात के ज्येष्ठ मत्स्य निरीक्षक पर गिरी गाज
फतेहपुर के साथ ही कानपुर देहात (Kanpur Dehat) के ज्येष्ठ मत्स्य निरीक्षक अवनीश कुमार सिंह यादव (Avnish Kumar Singh Yadav) पर भी विभागीय कार्यों में अनियमितता के चलते मंत्री डॉ संजय सिंह की गाज गिरी है और उन्हें भी निलंबित करते हुए मुख्यालय संबद्ध कर दिया गया है.
बताया जा रहा है कि उन पर जलाशयों की नीलामी, मत्स्य जीवी सहकारी समितियों के गठन, किसान क्रेडिट कार्ड योजना और मछुआ कल्याण कोष योजनाओं के लक्ष्य की असफलता के आरोप लगे हैं. यहां भी लोगों ने अपनी शिकायत दर्ज कराई थी जिसके बाद मंत्री ने कार्रवाई के आदेश जारी किए हैं.