Fatehpur News: फतेहपुर में जच्चा-बच्चा की मौत ! सरकारी GNM मेडिकल स्टोर के नाम पर चला रही है नर्सिंग होम
Fatehpur Mother Child Died
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में एक सरकारी जीएनएम अपने ही घर में मेडिकल की आड़ में बेनाम नर्सिंग होम संचालित कर रही. जच्चा-बच्चा की मौत के बाद मामले का खुलासा हुआ तो हड़कंप मच गया. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
Fatehpur News: फतेहपुर में इलाज के नाम पर आम लोगों की जिंदगी से सौदा किया जा रहा है. गांव कस्बों से लेकर शहर में फैले इस मकड़ जाल को जब तक लोग समझ पाते हैं तब तक उनके साथ कोई ना कोई हादसा हो जाता है. जांच के नाम पर कमोवेश फॉर्मेलिटी होने के बाद गोरखधंधा फिर से फूलने-फलने लगता है.
साहब को केवल पैकेज से मतलब है. डॉक्टर के नाम की डिग्री लगाकर चपरासी भी ऑपरेशन करने लगता है. ऐसा ही एक मामला सदर कोतवाली (Sadar Kotwali) क्षेत्र के जेल रोड में अवैध संचालित नर्सिंग होम का है जहां मंगलवार को जच्चा-बच्चा की मौत के बाद हड़कंप मच गया.
जीएनएम चला रही है अवैध नर्सिंग होम
फतेहपुर (Fatehpur) के कोराई स्वास्थ्य केंद्र (PHC) में कार्यरत GNM गीता उत्तम सदर कोतवाली क्षेत्र के जेल रोड में मेडिकल स्टोर की आड़ में बेनाम नर्सिंग होम संचालित करती है. अपने आपको डॉक्टर कहने वाली जीएनएम प्रसव के साथ-साथ महिलाओं का ट्रीटमेंट भी करती है.
बताया जा रहा है कि हुसैनगंज थाना (Husenganj Thana) क्षेत्र के भागूपुर निवासी कमलेश कुमार जेल रोड नई तहसील के पास भाई के घर में हैं. उनकी पत्नी सोनी देवी (28) गर्भवती थीं सोमवार को प्रसव पीड़ा के चलते सोनी को घर से कुछ दूरी पर स्थित मेडिकल स्टोर में संचालित नर्सिंग होम ले जाया गया.
मंगलवार सुबह प्रसव के बाद बच्चा मृत पैदा हुआ. जानकारी के मुताबिक कुछ देर बाद सोनी को अत्यधिक रक्तस्राव होने लगा. बताया जा रहा है कि हालत गंभीर होने के बाद संचालिका उन्हें एक नर्सिंग होम लेकर गई लेकिन सोनी की हालत बिगड़ती गई. बताया जा रहा है कि कानपुर ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गई.
स्वास्थ्य महकमें के रहमो करम पर पल रहे अवैध नर्सिंग होम
फतेहपुर में झोलाछाप डॉक्टरों के चलते कमलेश का परिवार उजड़ गया. बताया जा रहा है कि हथगाम ब्लॉक में सफाईकर्मी के पद पर तैनात कमलेश की साल 2016 में शादी हुई थी. अब उनके पास एक सात साल का बेटा है. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य महकमें की लचर व्यवस्था के चलते जिले के अवैध नर्सिंग होम और अस्पताल फल फूल रहे हैं.
घटना के बाद पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है वहीं इस पूरे मामले में सीएमओ ने जांच की बात कही है. लेकिन इसे केवल खाना पूर्ति ही समझिए क्योंकि पैसों की खनक के आगे सब जायज है.