Fatehpur Anganwadi News: फतेहपुर में आंगनबाड़ी भर्ती घोटाला ! 1.5 लाख की डील का ऑडियो वायरल, इन पर गिरी गाज
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में आंगनबाड़ी भर्ती (Anganwadi Bharti) में एक बड़ा घोटाला सामने आया है. खेसहन गांव से जुड़े वायरल ऑडियो का संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की गई है.

Fatehpur Anganwadi News: सरकारी भर्तियों में भ्रष्टाचार की जड़ें कितनी गहरी हैं, इसका ताजा उदाहरण फतेहपुर में देखने को मिला. यहां आंगनबाड़ी कार्यकत्री की भर्ती में 1.5 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का मामला उजागर हुआ है.
रिश्वतखोरी का यह खेल तब पकड़ में आया, जब एक ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें हसवां बाल विकास परियोजना की सुपरवाइजर विमला शर्मा खुलेआम पैसे की मांग कर रही थी. मामला तूल पकड़ने के बाद प्रशासन हरकत में आया और जांच शुरू कर दी गई.
वायरल ऑडियो से खुला भ्रष्टाचार का बड़ा खेल
फतेहपुर (Fatehpur) के खेसहन केंद्र में आंगनबाड़ी कार्यकत्री की भर्ती के लिए आवेदन करने वाली अक्षिता देवी ने जब अपने चयन को लेकर सुपरवाइजर विमला शर्मा से बात की, तो जवाब चौंकाने वाला था.
वायरल ऑडियो में सुपरवाइजर बेझिझक कह रही है कि बीच में कोई दलाल नहीं है, सीधे डील मुझसे ही होगी. 1.5 लाख रुपये देने होंगे, तभी नौकरी पक्की होगी. इतना ही नहीं, बातचीत के दौरान उसने यह भी बताया कि यह रकम बाल विकास परियोजना अधिकारी अरविंद्र कुमार के लिए मांगी जा रही है.
आवेदक जब इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताती है, तो सुपरवाइजर सौदेबाजी पर उतर आती है और 75 हजार में भर्ती पक्की करने की बात कहती है. जब आवेदक 50 हज़ार देने की बात कहती है, तो वह 25 हजार बाद में देने की रियायत तक दे देती है. लेकिन उसे ये पता नहीं था कि इसकी डीलिंग की रिकॉर्डिंग कर ली गई है.
शिकायत हुई, तो खुल गई फाइलें
ऑडियो वायरल होने के बाद अक्षिता देवी ने पूरे मामले की शिकायत कर दी. जांच शुरू हुई, तो सामने आया कि खेसहन-1 केंद्र के लिए शासनादेश के तहत बीपीएल विधवा रंजना देवी का चयन हुआ था और अक्षिता को द्वितीय वरीयता पर रखा गया था. लेकिन असली खेल तो पर्दे के पीछे चल रहा था, जहां पैसों के लेन-देन के आधार पर चयन की प्रक्रिया तय हो रही थी.
ऑडियो वायरल होने पर हरकत में आया प्रशासन
मामले से जुड़ा पूरा ऑडियो जब सोशल वायरल में वायरल हुआ तो जिला कार्यक्रम अधिकारी साहब यादव ने इसका संज्ञान लिया. उन्होंने सुपरवाइजर विमला शर्मा के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए निदेशक, बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार, लखनऊ को पत्र भेज दिया है.
वहीं, बाल विकास परियोजना अधिकारी हसवां को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच होगी और नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. हालांकि कांग्रेस नेता निर्मल तिवारी ने अक्षिता देवी के मामले को लेकर डीएम और सीडीओ से ऑडियो के साथ ही लिखित शिकायत की थी.