PCS Deepak Singh Success Story: किसान का सिपाही बेटा बनने जा रहा SDM ! यूपी पुलिस में सिपाही पद पर तैनात, दीपक की प्रेरणा से भरी जानिए सफलता की कहानी
PCS Deepak Singh Barabanki
मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती इस बात को चरितार्थ किया है उत्तर प्रदेश पुलिस में तैनात कांस्टेबल दीपक सिंह (Constable Deepak Singh) ने, दीपक ने यूपीपीएससी परीक्षा (Uppsc) पास कर अब एसडीएम (Sdm) बनने वाले हैं. सिपाही से एसडीएम बनने जा रहे दीपक की इस उपलब्धि पर पुलिस महकमे में खुशी की लहर है. दीपक ने अपनी इस सफलता का पूरा श्रेय किसान पिता और गुरुजनों को दिया है.
लक्ष्य केंद्रित कर कड़ी मेहनत के बल पर पाया मुकाम
पीसीएस 2023 (Pcs 2023) परीक्षा में उत्तर प्रदेश के कई मेधावी अभ्यर्थियों ने परचम लहराया. इनमें से एक ऐसे भी अभ्यर्थी हैं जिनके पिता गरीब किसान (Father Farmer) हैं. वर्तमान में वे यूपी पुलिस में सिपाही (Constable In Up Police) के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. इस बीच उनके मन में केवल एक ही लक्ष्य निर्धारित था वह डिप्टी कलेक्टर (Deputy Collector) बनना. कड़ी लगन और मेहनत के बल पर आख़िर वह अब सिपाही से एसडीएम (Sdm) बनने वाले हैं. जानिए कौन है ये होनहार अभ्यर्थी जिन्होंने अपने प्रदेश और जिले का नाम रोशन किया है.
कौन हैं दीपक सिंह?
बाराबंकी (Barabanki) के सेमराय गांव में रहने वाले दीपक सिंह (Deepak Singh) के पिता अशोक कुमार सिंह एक किसान (Farmer) हैं. जबकि माता गृहिणी हैं. किसान रहते-रहते उन्होंने बच्चों को खूब पढ़ाया-लिखाया. 5 बच्चों में दीपक दूसरे नम्बर पर आते हैं. दीपक ने लखनऊ से स्नातक (Graduation) किया. इस बीच वर्ष 2018 में यूपी पुलिस में सिपाही (Constable) पद पर नौकरी मिली, उनकी तैनाती हरदोई हुई. इस नौकरी से उनका मन नही भर रहा था. सपने बड़े थे कुछ अलग करने का तो नौकरी के साथ-साथ यूपीपीएससी परीक्षा की तैयारी (Prepration Of Uppsc) शुरू कर दी. नौकरी के समय पढ़ाई के लिए ज्यादा समय नहीं मिल पाता था, फिर भी उन्होंने पढ़ाई के लिए नौकरी के बीच में 3 से 4 घण्टे निकाले. लाइब्रेरी का भी सहारा लिया.
प्रदेश में मिली 20वीं रैंक
दीपक ने अपने बेड के पास एक बोर्ड (Board) लगा रखा था. जो दीपक को हमेशा उनके लक्ष्य (Target) की ओर याद दिलाता रहा. दीपक ने उस बोर्ड पर एसडीएम लिख दिया था. बस मन में ऐसी प्रेरणा हुई कि पढ़ाई करने में जुट गए. पीसीएस 2023 का प्री और मेन्स क्लियर किया, बाद में साक्षात्कार में सफलता मिलते ही उनका यह सपना पूरा हो गया. दीपक को पीसीएस परीक्षा में प्रदेश में 20 वीं रैंक मिली है.
उनकी इस उपलब्धि पर पुलिस महकमे में खुशी की लहर हैं, समस्त पुलिसकर्मी और अधिकारी उन्हें शुभकामनाएं दे रहे हैं. वही जब बेटे के एसडीएम बनने की खबर किसान पिता को पता चली तो वह ख़ुशी से भावुक हो गए. उनका कहना है कि बेटे ने जिले का मान बढ़ा दिया. एसडीएम बनने जा रहे दीपक ने इस सफलता का श्रेय अपने परिजनों, गुरुजनों और अच्छे मित्रों को दिया है. उनका कहना है कि यदि आपके मन में कुछ करने की ललक है तो बस धैर्य रखकर अपने लक्ष्य को केंद्रित करें, सफलता अवश्य मिलेगी.