Lucknow KGMU News: अब इलेक्ट्रिक शॉक देकर शराबियों की छुड़ाई जा रही शराब की लत ! बेहतर आ रहे परिणाम
शराब की लत ऐसे छूटेगी
यूपी के लखनऊ किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी यानी केजीएमयू (Kgmu) द्वारा किया जा रहा एक इलाज (Treatment) काफी सुर्खियां बटोर रहा है. दरअसल यहाँ के डॉक्टरों द्वारा शराब की लत (Addict Alcohol) छुड़वाने के लिए एक खास तकनीक (Technology) का इस्तेमाल किया जा रहा है. डॉक्टरों की माने तो इसका लाभ भी मिल रहा है. डॉक्टरों द्वारा बिजली का झटका (Electric Shock) देकर शराबियों की यह लत छुड़ाई जा रही है इस तरह की तकनीक को ट्रांसकार्नियल डायरेक्ट करंट स्टिमुलेशन (Transcarnial direct Current Stimulation) कहते हैं.
इलेक्ट्रिक शॉक देकर छुड़ाई जा रही शराब की लत
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में इस तरह का विशेष इलाज (Special Treatment) किया जा रहा है जहां पर डॉक्टर द्वारा शराब छुड़वाने के लिए शराबियों को इलेक्ट्रिक करंट दिया जा रहा है. डॉक्टरों की माने तो अभी तक 17 मरीज को शराब की लत से निजात दिलाई जा चुकी है. इसके बाद से अब उन्हें अच्छा रिस्पांस भी मिल रहा है केजीएमयू के डॉक्टरों के द्वारा किया जा रहा इस तरह का इलाज अब चर्चा का विषय बना हुआ है.
कैसे काम करती है यह तकनीक
इसमें परंपरागत रूप से प्रयोग होने वाली इलेक्ट्रोथेरेपी के जरिए मरीज को पहले बेहोश किया जाता है. उसके बाद उसे करंट दिया जाता है दरअसल सबसे पहले मरीज को डॉक्टर द्वारा मरीज को बेहोश किया जाता है फिर उसके सिर के कुछ हिस्सों में खास तरह के इक्विपमेंट्स लगाकर उसमें करंट दिया जाता है ऐसा करने से मरीज को एक विशेष तरह की टिक टिक की आवाज सुनाई देती है बात की जाए करंट देने वाले क्षमता की तो इसमें दो मिली एंपियर का पावर दिया जाता है.
दो दर्जन से ज्यादा मरीजों पर किया गया सफल परीक्षण
इस तकनीक के जरिए अभी तक डॉक्टरों द्वारा 34 मरीजों को दो समूह में बांटा गया उनके सिर पर इक्विपमेंट्स लगाए गए साथ ही पहले समूह के मरीजों को इलेक्ट्रिक शॉक (Electric Shock) दिया गया. इसके बाद एक सप्ताह में 20 मिनट के 5 सेशन के बाद जब इसका एग्जामिन किया गया तब पता चला की नई तकनीक से करंट देने वाले सभी मरीजों में शराब की लत पूरी तरह से छूट चुकी है साथ ही इसका कोई साइड इफेक्ट भी नहीं (No Side Effect) है.
डॉक्टर ने बताया इस तरह से तकनीकी का करते है प्रयोग
वही जीएमसी के वरिष्ठ डॉक्टर अमित आर्य ने बताया कि मस्तिष्क इलेक्ट्रिक अंग है, साथ ही यह इलेक्ट्रिक सिग्नल पास करता है सिग्नल में कुछ समस्या होने पर किसी चीज की लत लग जाती है और जब वह चीज उसे व्यक्ति को नहीं मिलती है तो इससे उसके दिमाग में स्ट्रेस आ जाता है इसीलिए दिमाग के कुछ विशेष हिस्सों में बिजली का करंट देकर इस सिग्नल को पहले की भांति व्यवस्थित किया जाता है जिसमें मरीज पहले की अवस्था में वापस आ जाता है जिस वजह से उसकी शराब की लत भी छूट रही है.