International Cricket Stadium In Varanasi : बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में 2024 के अंत तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की मिलेगी सौगात
बाबा विश्वनाथ की नगरी में रहने वालों को अगले साल के अंत तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम की सौगात मिल सकती है.सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह उत्तर प्रदेश का पहला क्रिकेट स्टेडियम होगा,जिसका संचालन बीसीसीआई करेगा इसके एवज में लांग टर्म लीज पर वह एक तय रकम भी यूपी सरकार को देगा.
हाईलाइट्स
- काशी को 2024 अंत तक मिलेगी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम को सौगात
- बीसीसीआई द्वारा संचालित प्रदेश का पहला स्टेडियम होगा
- पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना ने कहा इस स्टेडियम के बन जाने से युवाओं में निखरेगी प्रतिभा
International Cricket Stadium In Varanasi : अब उत्तर प्रदेश में कानपुर और लखनऊ की तरह वाराणसी के काशी नगरी में भी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनेगा. काशी वासियों के लिए किसी बड़ी सौगात से कम नहीं है. स्टेडियम के हो जाने से कई राज्यों के खिलाड़ी भी यहां अपनी प्रतिभा को निखार सकते हैं. काशी विश्वनाथ तो पहले से ही टूरिज्म के लिए मशहूर है. यहां क्रिकेट स्टेडियम बन जाने के बाद और टूरिज्म बढ़ेगा.
प्रधानमंत्री के संसदीय कार्य क्षेत्र में बनेगा स्टेडियम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय नगरी काशी में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम अगले साल के अंत तक बन सकता है. इकाना की तरह यहां भी अत्याधुनिक सुविधाओ से लैस स्टेडियम होगा.यहां पूर्वांचल को भी इस स्टेडियम के बन जाने से काफी लाभ मिलेगा. प्रतिभावान खिलाड़ियों के लिए यह बेहतर प्लेटफार्म साबित हो सकता है.
350 करोड़ रुपये की लागत से बनेगा स्टेडियम
काशी नगरी में करीब 31 एकड़ के बड़े परिसर पर बन रहे इस स्टेडियम के निर्माण में करीब 350 करोड़ रुपये की लागत आएगी.इसकी सिटिंग कैपिसिटी यानि दर्शक क्षमता करीब 30 हजार होगी. स्टेडियम के निर्माण के बाद एमपी, छत्तीसगढ़, बिहार की क्रिकेट प्रतिभाओं को भी लाभ होगा.युवा खिलाड़ियों के हुनर को निखारने का बेहतरीन केंद्र बन सकता है.
प्रस्ताव स्टेडियम का था पहले से
गौरलतब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में वर्ल्ड क्लास क्रिकेट स्टेडियम का प्रस्ताव पहले से था, जो समस्या जमीन की थी उस प्रक्रिया में सितंबर 2022 से तेजी आयी. जमीन की खरीद के लिए 120 करोड़ रुपये का बजट कैबिनेट से मंजूर होने के बाद करीब 31 काश्तकारों से जमीन खरीदी गयी. सरकार की ओर से जमीन उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) को सौपीं जा चुकी है. इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में देश की सबसे नामचीन संस्थाओं में से एक लार्सन एंड टुब्रो (एलएनटी) को इसकी कार्यदायी संस्था बनाया गया है. डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा रहा है डिजाइन व नक्शे पर अंतिम निर्णय होते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
युवा प्रतिभाओं को निखारने का प्लेटफार्म
यूपी ने कई बड़े क्रिकेट टीम इंडिया को दिए.यहां प्लेयर्स में प्रतिभा की भी कमी नहीं है. टीम इंडिया तक पहुंचे सुरेश रैना, चाइनामैन कहे जाने वाले कुलदीप यादव, लेग स्पिनर पीयूष चावला, फास्ट बॉलर प्रवीण कुमार, मोहम्मद कैफ जैसे नामचीन खिलाड़ी उत्तर प्रदेश से ही रहे हैं.आईपीएल और अन्य लीगों में भी प्रदेश के कई खिलाड़ी का बेहतर योगदान दिखा.काशी का स्टेडियम इनके साथ अन्य प्रतिभावान युवा क्रिकेटरों की प्रतिभा निखारने का जरिया बनेगा.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि आबादी के अनुरूप उत्तर प्रदेश खेलों में भी सिरमौर बने यह प्रयास उसी मंशा की एक कड़ी है.
मोदी और योगी की ईस सौगात से बेहद हूं खुश
टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज सुरेश रैना ने इस सौगात के लिए पीएम और सीएम को धन्यवाद दिया. कहा कि मैं उत्तर प्रदेश से हूं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के रूप में जो सौगात देने जा रहे हैं, उस पर एक क्रिकेटर होने के नाते मेरी खुशी और बढ़ जाती है. देवाधिदेव महादेव की काशी की अपनी अहमियत है दुनिया के प्राचीनतम नगरों में शुमार काशी को तीनों लोकों में न्यारी कहा जाता हर कोई एकबार देश की इस सांस्कृतिक नगरी काशी में आना चाहता है.
हर क्षेत्र के लिए करेगा बूस्टर का काम
ऐसे में देश-दुनिया का हर खिलाड़ी काशी में खेलने को लेकर रोमांचित होगा. यह पूर्वांचल ही नहीं सटे हुए मध्य प्रदेश, बिहार, झारखंड एवं छत्तीसगढ़ के युवा खिलाड़ियों के हुनर को निखारने के बेहतरीन केंद्र बनेगा.अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोच, जिम, क्लब और पिचें इनका जरिया बनेंगी. एक बार जब यहां रणजी, आईपीएल, टी-20 और टेस्ट मैचेज शुरू हो जाएंगे तो यह स्टेडियम हॉस्पिटैलिटी, टूरिज्म एवं इससे जुड़े सेक्टर के लिए भी बूस्टर साबित होगा.