UP Fatehpur News: फतेहपुर में महिला पंचायत सचिव पर गंभीर आरोप ! प्रधान ने डीएम को दिया इस्तीफा
Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में ग्राम पंचायत सचिव की धमकी से तंग आकर प्रधान ने डीएम को इस्तीफा देने की बात कही है. मामला खजुहा ब्लॉक (Khajuha) के ग्राम पंचायत केवई (Kewai) का है. अधिकारी ने जांच की बात कही है.
UP Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर में ग्राम पंचायत सचिव की धमकी और मनमानी से तंग आकर ग्राम प्रधान ने डीएम को शिकायती पत्र देते हुए अपने इस्तीफे की मांग की है. मामला खजुहा ब्लॉक (Khajua Block) के ग्राम पंचायत केवई (Kewai) का है.
प्रधान पिंटू का आरोप है कि ग्राम विकास अधिकारी प्राची मिश्रा जबरन अपने हिसाब से काम करवाना चाहती हैं और विकास कार्यों का भुगतान भी नहीं कर रहीं हैं. बताया जा रहा है कि बुधवार को डीएम को दिए शिकायती पत्र में प्रधान ने कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
साहब सचिव का क्लस्टर बदल दें या मेरा इस्तीफा स्वीकार करें
फतेहपुर (Fatehpur) में इन दिनों ग्राम पंचायत के सचिवों की मनमानी सातवें आसमान पर है. प्रधान के पद को छोटा समझते हुए सेक्रेटरी पंचायतों में अपने हिसाब से काम और भुगतान के लिए आए दिन ग्राम प्रधान को परेशानी में डाल रहे हैं. तत्कालीन डीएम सी इंदुमति (IAS C Indumati) ने इसी के चलते कई सचिवों को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया था.
ताजा मामला खजुआ ब्लॉक (Khajua Block) के केवई (Kewai) ग्राम पंचायत का है जहां के प्रधान पिंटू ने डीम कार्यालय पहुंच कर पंचायत सचिव पर गंभीर आरोप लगाए हैं साथ ही अपने इस्तीफे की पेशकश भी की है. आरोप है कि ग्राम पंचायत में सचिव प्राची मिश्रा मनमाने तरीके से काम करती हैं साथ ही विकास कार्यों का भुगतान भी नहीं करती हैं जिससे प्रधान लगातार मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहा है.
पिंटू प्रधान के साथ ही कोरवां प्रधान भैरवदीन ने भी शिकायत करते हुए कहा कि सचिव ने फर्जी तरीके से 27 हजार रुपए का भुगतान अपनी एजेंसी को कर दिया है साथ ही कई भुगतान पेंडिंग हैं जिनको कई बार कहने के बाद भी नहीं कर रहीं हैं.
सचिव प्राची मिश्रा ने कहा आरोप बेबुनियाद
डीएम कार्यालय के अधिकारी ने प्रधानों के आरोपों को ध्यान में रहते हुए जांच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया है वहीं मीडिया को जानकारी देते हुए ग्राम विकास अधिकारी प्राची मिश्रा ने कहा कि उन पर लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं.
उन्होंने कहा कि मनरेगा मजदूरों की जगह प्रधान जेसीबी से काम करवाते हैं और पंचायत में गलत तरीके से कराए गए कामों के लिए भुगतान चाहते हैं जिस पर विरोध करने पर उन पर आरोप लगाए जा रहे हैं.