UP Anganwadi News: फतेहपुर सहित देश की आंगनबाड़ी सहायिकाओं का दिल्ली में धरना, कई सूत्री मांगों को लेकर भरेंगी हुंकार
Fatehpur Anganwadi News: यूपी के फतेहपुर सहित देश भर के आंगनबाड़ी सहायिकाओं के संगठन दिल्ली के जंतर मंतर में चार अक्टूबर को केंद्र सरकार के हिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद करेंगी. वहीं पुरानी पेंशन बहाली को लेकर बड़ी संख्या लोग दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे हैं
हाईलाइट्स
- फतेहपुर सहित देश की आंगनबाड़ियों का दिल्ली में प्रदर्शन
- अपनी कई सूत्री मांगों को लेकर दिल्ली के जंतर मंतर में देशव्यापी आंदोलन
- रामलीला मैदान में OPS की मांग को लेकर केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों का प्रदर्शन जारी
UP Anganwadi Protest In Delhi News: यूपी के फतेहपुर सहित पूरे भारत की आंगनबाड़ी सहायिकाओं के संगठन दिल्ली के जंतर मंतर में अपनी कई सूत्री मांगों को लेकर केंद्र सरकार के हिलाफ आवाज़ बुलंद करने चार अक्टूबर को प्रदर्शन करने वाली हैं. वहीं दिल्ली के रामलीला मैदान में केंद्र और राज्य सरकार के हजारों कर्मचारी NPS का पुरजोर विरोध कर रहे हैं और OPS की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं
आंगनबाड़ी संगठन जंतर मंतर से भरेगा हुंकार
पूरे भारत की आंगनबाड़ी सहायिकाओं के संगठन चार अक्टूबर को दिल्ली के जंतर मंतर में हुंकार भरने के लिए तैयार हैं. माना जा रहा है कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के पहुंचे के बाद केंद्र सरकार राजनीतिक संकट से गुजर सकती है.
लोकसभा चुनाव 2024 के पहले केंद्र और राज्य कर्मचारियों के साथ आंगनबाड़ियों का आंदोदन सत्तारूढ़ दल को प्रभावित कर सकता है. महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ उत्तर प्रदेश की वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनंदा तिवारी बताती हैं कि केंद्र और राज्य सरकार आंगनबाड़ियों भूमिका और समर्पण को निचले स्तर से देखती हैं.
वृद्धावस्था के दौरान हमारी बहने दर-दर की ठोकरे खाने को मजबूर हो रही हैं. सुनंदा आगे कहती हैं कि 62 वर्ष की आयु में आंगनबाड़ी महिलाओं को बिना पेंशन और ग्रेच्युटी के ही सेवाएं समाप्त कर दी जा रही हैं ऐसे में उनकी सामाजिक सुरक्षा का क्या होगा.
चार अक्टूबर को होगा एकदिवसीय प्रदर्शन
आंगनबाड़ी संगठन की वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनंदा तिवारी ने कहा कि पूरे भारत की हमारी बहने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जंतर मंतर में एक दिवसीय प्रदर्शन करते हुए केंद्र और राज्य सरकार का ध्यानाकर्षण करेंगी यदि सरकार हमारी मांगों नहीं मानेगी तो अब आर पार की लड़ाई होगी. सुनंदा करती हैं कि सरकार हमसे अपने काम में कड़ी मेहनत करवाती है लेकिन हमारी सामाजिक सुरक्षा की बात नहीं करती है जिसे हम बर्दास्त नहीं करेंगे.