UPPCL OTS Scheme: बिजली विभाग के चेयरमैन का चला चाबुक ! लपेटे में रामसनेही हो गए सस्पेंड
Lucknow News In Hindi
UPPCL OTS Scheme News: एकमुश्त समाधान योजना में लापरवाही बरतने के चलते जौनपुर (Jaunpur) मछलीशहर (Machhali Shahar) के अधिशाषी अभियंता रामसनेही (Ram Sanehi) को चेयरमैन डॉ आशीष गोयल के आदेश के बाद निलंबित (Suspend) कर दिया गया है.
Jaunpur News: प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल एकमुश्त समाधान योजना (OTS) में लगातार लापरवाही और राजस्व वसूली में नाकाम जौनपुर (Jaunpur) मछलीशहर (Machhali Shahar) में अधिशाषी अभियंता के पद पर कार्यरत रामसनेही यादव (Ram Sanehi) को तत्काल प्रभाव से निलंबित (Suspend) करते हुए डिस्काम मुख्यालय वाराणसी से संबंद्ध कर दिया गया है.
बताया जा रहा है कि समीक्षा बैठक के दौरान उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन (UPPCL) के चेयरमैन डॉ आशीष गोयल ने राजस्व वसूली के चलते नाराजगी व्यक्त की थी. जानकारी के मुताबिक अभी कई बिजली विभाग के कर्मचारियों पर गाज गिरने वाली है.
रामसनेही का विवादों से रहा नाता चल रही है विजलेंस जांच
रामसनेही (Ram Sanehi) ऐसे विभागीय अधिकारी रहे जिनका प्रत्येक जनपद में विवादों से नाता रहा. लखनऊ से लेकर प्रतापगढ़ और फतेहपुर (Fatehpur) में इनके कारनामे जग जाहिर हैं. मछलीशहर में रामसनेही ने आधिक्षण अभियंता एवं मुख्य अभियंता की अनुमति बिना के बिना ही 11 के वी की लाइन को शिफ्ट करा दिया जिसको लेकर विभागीय पत्राचार भी किए गए.
फतेहपुर (Fatehpur) के अधिशाषी अभियंता प्रथम के दौरान रामसनेही यादव पर कई भ्रष्टाचार के आरोप लगे. क्षेत्रीय रमेश सिंह कछवाह औऱ श्याम तिवारी ने पूर्वांचल विधुत वितरण निगम वाराणसी से इसकी शिकायत की थी.
बताया जा रहा है कि प्रबंध निदेशक शंभू कुमार ने त्रिस्तरीय जांच कमेटी में आरोप सही पाए और रामसनेही को निलंबित कर दिया था. विजलेंस टीम ने बाकायदा यूपी पावर कारपोरेशन को 22 अप्रैल 2022 को पत्र लिखकर अधिशाषी अभियंता राम सनेही का पूरा ब्यौरा घंगाल रही है.
नौकरी पर लटक रही तलवार, जमा की है अकूत संपत्ति
राम सनेही (Ram Sanehi) लगातार आरोपों से घिरे हुए हैं. सूत्र बताते हैं कि कई जनपदों में इन्होंने आय से अधिक संपत्ति बना रखी है. सतर्कता अधिष्ठान (विजलेंस) रामसनेही के अलावा पत्नी रचना यादव, पुत्र गौतम श्रीनाथ और पुत्री वैश्वी यादव से जुड़ी संपत्तियों को लेकर भी जांच कर रही है.
लखनऊ से लेकर प्रयागराज तक इनका पूरा ब्यौरा घंगाला जा रहा है. वहीं जानकार बताते हैं कि अगर सही ढंग से जांच हो गई तो इनकी नौकरी पर भी संकट हो सकता है.