
Fatehpur News: फतेहपुर में जिला अस्पताल से जुड़े कर्मियों के साथ 57 लाख की ठगी ! मासूक पर मुकदमा, अंदर खाने बड़े खुलासे
Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में 57 लाख का बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है. ये ठगी किसी और के साथ नहीं बल्कि जिला अस्पताल से जुड़े कर्मियों के साथ हुई है. जमीन घोटाले को लेकर मलवां थाने (Malwan Thana) में बकायदा मुकदमा दर्ज कराया गया है. पुलिस इस पूरे मामले की जांच में जुटी है.

Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर में जमीन बैनामा को लेकर लेकर तीन लोगों से 57.24 लाख की ठगी कर ली गई है. मामला मलवां थाना (Malwan Thana) क्षेत्र का है. बताया जा रहा है जो लोग इस ठगी का शिकार हुए हैं उनका कनेक्शन जिला अस्पताल से जुड़ा हुआ है.

चार साल पहले जमीन के नाम पर लाखों की ठगी
फतेहपुर (Fatehpur) के जिला अस्पताल से जुड़े कार्मियों ने पुलिस की एफआईआर में बताया कि उन्हें प्लॉट बेचने का झांसा देकर आरोपी मासूक सिद्दिकी पुत्र मुस्ताक सिद्दिकी निवासी ग्राम कोराई थाना मलवां ने अलग-अलग किश्तों में उनसे 57.24 लाख रुपये ऐंठ लिए.
जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल की स्टॉप नर्स संविदा प्रियंका कुशवाहा के पति सेना में हवलदार सुनील कुमार से 15.99 लाख जो कि दोनों पति-पत्नी ने अपने अकाउंट से ट्रांसफर किए हैं. पूर्व मैट्रन रेखा रानी चंदेल से 22.25 लाख और कार्यवाहक मैट्रन प्रमिला सोनी से 19 लाख रुपये की ठगी की गई.
बीते चार सालों से पीड़ित बैनामा और कब्जे का प्रयास कर रहे हैं. जब पीड़ितों ने कब्ज़ा मांगा तो टालमटोल किया गया. पीड़ितों का कहना है कि आरोपी उन्हें धमका रहे हैं और जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.
जिला अस्पताल से जुड़ें हैं धोखाधड़ी के तार
शहर के नारायणपुरवा में प्लॉट के नाम पर हुई धोखाधड़ी के तार जिला अस्पताल से जुड़े हुए हैं. सूत्र बताते हैं कि सदर अस्पताल के एक कर्मचारी ने ठग मासूक सिद्दिकी से उनका परिचय करवाया था और खुद भी प्लॉट लेने की बात कर रहा था. जब इस मामले की फड़ताल की गई तो पता चला कि मासुक सिद्धीकी ने अस्पताल से जुड़े कई कर्मचारियों को चूना लगाया है इसके साथ ही कई लोग और भी फंसे हुए हैं.
पुलिस कर रही है पूरे मामले की जांच, जल्द होगी कार्रवाई
जमीन बेचने के नाम पर की गई धोखाधड़ी के चलते पीड़ितों ने मलवां थाने में मुकदमा दर्ज कराया है. थाना प्रभारी अभिलाष तिवारी ने बताया कि ठगी के मामले को लेकर पीड़ित पक्ष की ओर से एफआईआर दर्ज की गई है. पूरे प्रकरण की जांच करते हुए आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.