Fatehpur UP News: यूपी के फतेहपुर में न्याय ना मिलने से पीड़ित ने कलेक्ट्रेट परिसर में खा ली नशीली दवा, हालत नाजुक
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में सालों से न्याय के लिए भटकने वाले दिव्यांग बुजुर्ग ने कलेक्ट्रेट परिसर में नशीली दवाएं खा कर आत्महत्या करने की कोशिश की. हालत बिगड़ने पर उसे प्रशासन ने जिला अस्पताल में भर्ती करवाया है जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है.
Fatehpur UP News: यूपी के फतेहपुर में एक दिव्यांग फरियादी सालों से न्याय न मिलने से ऐसा दुःखी हुआ कि उसने कलेक्ट्रेट परिसर में नशीली दवाएं खा कर आत्महत्या करने की कोशिश की. मामला सोमवार सुबह 11 बजे का है.
आनन-फानन में एडीएम, एसडीएम सहित कई प्रशासनिक अधिकारी उसके पास पहुंचे. हालत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल भेज कर भर्ती करवाया गया जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है.
बुआ-फूफा ने हड़प लिए 20 लाख रुपए
फतेहपुर (Fatehpur) के कलेक्ट्रेट परिसर में पान की दुकान चलाने वाले उमाकांत मिश्रा (60) मूलरूप से असोथर थाना (Asothar Thana) क्षेत्र के कस्बे के रहने वाले हैं. जानकारी के मुताबिक 30 साल पहले उन्होंने गाजीपुर थाना (Ghazipur Thana) क्षेत्र के अयाह गांव निवासी अपने बुआ-फूफा को 20 लाख रुपए रखने के लिए दिए थे.
आरोप है कि जब उन्होंने अपने पैसे वापस मांगे तो उनको जान से मारने की धमकी दी गई. दिव्यांग उमाशंकर के शिकायती पत्र के अनुसार उनकी मां की मौत 16 साल पहले हो चुकी है. उनके पास ना तो मकान है ना ही रहने की कोई जगह. गुजर बसर करने के लिए पैसे भी नहीं हैं.
जिजीविषा की तलाश में न्याय के लिए भटक रहे उमाशंकर
दिव्यांग बुजुर्ग उमाशंकर का आरोप है कि सालों से न्याय के लिए वो डीएम, एसपी, गाजीपुर थाना सहित प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. एक आरोप ये भी लगाया कि असोथर क्षेत्र के कुछ लोग उन्हें लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. उमाशंकर न्याय के लिए लगातार प्रशासनिक अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं लेकिन उनकी फरियाद कोई भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है.
थाना कोतवाली नगर क्षेत्रान्तर्गत कचहरी परिसर में दिव्यांग व्यक्ति द्वारा नींद की गोलियां खाने व कृत कार्यवाही के संबंध में #Addlspfhr द्वारा दी गयी बाइट।#UPPolice pic.twitter.com/3mKert59bK
— FATEHPUR POLICE (@fatehpurpolice) October 14, 2024
14 जून को पत्र लिखकर जहर खाने की लिखी थी बात
उमाशंकर मिश्रा ने 14 जून को डीएम को शिकायती पत्र लिखकर कलेक्ट्रेट परिसर में जहर खाकर जान देने की बात लिखी थी. कलेक्ट्रेट परिसर में नशीली दवाएं खाने के बाद चारो ओर हड़कंप मच गया. एडीएम, एसडीएम सहित तहसीलदार उनसे मिलने के लिए पहुंच गए लेकिन हालत बिगड़ने पर प्रशासनिक गाड़ी से जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां उनका इलाज जारी है.
एएसपी विजय शंकर मिश्र ने जानकारी देते हुए कहा कि पीड़ित ने बड़ी संख्या में नींद की गोलियां खा ली थीं जिससे उनकी हालत बिगड़ गई है. उन्होंने कहा कि पैसे देने संबंधी कोई भी साक्ष्य अभी तक नहीं मिले हैं. पूरे प्रकरण की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी.