Fatehpur Local News: मौत बांट रहे हैं फतेहपुर के नर्सिंग होम ! धृतराष्ट्र बना स्वास्थ्य विभाग
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में मानक विहीन संचालित हो रहे नर्सिंग होम (अस्पताल) आए दिन लोगों की जान से खेल रहे हैं. महिला की मौत के बाद जागे स्वास्थ्य विभाग ने नउवाबाग स्थित मदर केयर नर्सिंग होम को सीज कर दिया.
फतेहपुर में जच्चा-बच्चा की मौत के बाद हंगामा, सीज किया गया नर्सिंग होम
यूपी (UP) के फतेहपुर (Fatehpur) में नर्सिंग होम के गलत ऑपरेशन के बाद महिला की मौत हो गई. घटना के बाद संचालक अस्पताल बंद कर फरार हो गया. मामला बढ़ता देख प्रभारी सीएमओ ने बंद अस्पताल को सीज कर नोटिस चस्पा कर दी. ताज़ा मामला शहर के नउवाबाग स्थित मदर केयर नर्सिंग होम (Mother Care Narsing home) का है जहां गर्भवती महिला ऑपरेशन के लिए आई थी लेकिन गलत इलाज से उसकी जान चली गई.
जिले में हावी है दलाल सिस्टम, गरीबों को कर रहे टार्गेट
फतेहपुर हथगाम (Hathgam) थाना क्षेत्र के पट्टीशाह निवासी पीतांबर की पत्नी उर्मिला (26) गर्भवती थी. जानकारी के मुताबिक बीते 15 अप्रैल को उसे अचानक प्रसव पीड़ा हुई आनन फानन में उसे हथगाम सीएचसी ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने निरीक्षण के दौरान पाया की उसका बच्चा पेट में ही खतम हो गया है.
जच्चा को बचाने के लिए सलाह दी गई कि जिला अस्पताल जाकर जल्द ही इसका ऑपरेशन कराना पड़ेगा. बताया जा रहा है कि रैफर लेटर मिलने के बाद उर्मिला का पति पीतांबर परिजनों के साथ फरेहपुर आ रहा था तभी एक दलाल ब्रेनवास करते हुए उन्हें मदर केयर नर्सिंग होम ले गया. नर्सिंग होम ने उर्मिला का ऐसा ऑपरेशन किया की उसकी हालत खराब हो गई और बच्चा भी मृत पैदा हुआ था.
जानकारी के मुताबिक संचालक ने जिला अस्पताल जाने की बात कही. घबराए पीतांबर ने मृत बच्चे को छोड़ उर्मिला को लेकर जैसे ही नर्सिंग होम से बाहर आया तभी दलाली व्यवस्था ने उसका रुख कानपुर की ओर मोड़ दिया.
कानपुर में चला उर्मिला का इलाज, खत्म हुए पैसे तो अस्पताल ने निकाला
फतेहपुर से कानपुर पहुंचे पीतांबर ने बीमार पत्नी को फिर एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती किया. बताया जा रहा है दो दिन तक अस्पताल ने उनका खूब शोषण किया लेकिन महिला की हालत में कोई सुधार नहीं हुआ. पीतांबर की जमा पूंजी खत्म होने पर अस्पताल वालों ने उसे निकाल दिया. जानकारी के मुताबिक फतेहपुर जिला अस्पताल पहुंचने से पहले ही उर्मिला ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. सदर पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पीतांबर फिर फंसा दलालों के चक्कर में
उर्मिला की मौत के बाद पीतांबर फिर दलाली व्यवस्था के चक्कर में फंसा और मृत बच्चे को गायब करने की बात बाजार में संचालित कर दी गई. मदर केयर नर्सिंग संचालक को जब जानकारी हुई तो अस्पताल बंद कर फरार हो गया. हंगामा होने के बाद पुलिस ने बच्चे के शव को परिजनों को वापस कराया. मामले को देखते हुए प्रभारी सीएमओ डॉ. इस्तियाक ने मदर केयर नर्सिंग होम को सीज कर दिया.
मानक विहीन अस्पतालों को रेवड़ी की तरह बांटे जा रहे हैं पंजीयन
फतेहपुर जिले का स्वास्थ्य विभाग धृतराष्ट्र की भूमिका निभाते हुए मानक विहीन अस्पतालों को रजिस्ट्रेशन दे रहा है. हाईस्कूल फेल हो या पैथोलॉजी चलाते हो पैसे ही खनक है तो आप अस्पताल संचालक बन सकते हो.
जिला प्रशासन इन सबको देखते हुए भी लोगों को मौत के मुंह में भेज रहा है. जिले के अधिकतर प्राईवेट अस्पताल बिना मानक के ही संचालित हो रहे हैं. बाउजूद जब मामला बिगड़ता है तो दिखावे के लिए उसे सीज किया जाता है फिर मोटी रकम लेकर इसका रास्ता निकाला जाता है.