
UP Khunti Guru News: वाह रे खूंटी गुरु! फोटो में चढ़ा था हार, हो रही थी तेरहवीं की तैयारी, तभी रिक्शे से उतर प्रगट हुए गुरु
Prayagraj News In Hindi
प्रयागराज (Prayagraj) महाकुंभ (Maha kumbh) से ऐसी घटना सामने आई है जिसे सुनकर सभी आश्चर्य चकित हैं. मौनी अमावस्या की भगदड़ के बाद गायब हुए खूंटी गुरु (Khunti Guru) अपनी तेरहवीं से ठीक पहले घर पहुंच गए. ये घटना सोशल मीडिया में सुर्खी बनी हुई है.

Prayagraj Khunti Guru: मौनी अमावस्या की भगदड़ में गायब हुए खूंटी गुरु का कहीं पता नहीं चला. चारो ओर खोजबीन की गई..लेकिन गुरु ऐसा गायब हुए कि सुराग भी नहीं छोड़ा..मोहल्ले वालों ने थक हार कर फोटो में हार चढ़ा दिया और अगरबत्ती सुलगा दी.
13 ब्राह्मण भी मूंछों में ताव देते हुए अपना पेट सहलाने लगे. तेरहवीं की पूर्व संध्या में जब सभी तैयारियों में जुटे थे तभी अचानक रिक्शे से उतर खूंटी गुरु (Khunti Guru) प्रगट हो गए. उन्हें देख किसी के छलके आंसू तो किसी ने रुंधी आवाज़ में कहा मान गए गुरु.
जीरो रोड के खूंटी गुरु मौत को मात देकर लौटे
प्रयागराज (Prayagraj) के महाकुंभ (Maha kumbh) में मौनी अमावस्या को शाही स्नान करने जीरो रोड बस अड्डे के रहने वाले बुजुर्ग खूंटी गुरु (Khunti Guru) भी पहुंचे थे. भोर पहर हुई भगदड़ (Stamped) के बाद जब गुरु घर नहीं पहुंचे तो मोहल्ले वाले उनकी खोज ख़बर लेने पहुंचे.
कई दिनों की कड़ी मशक्कत और कुंभ के खोया पाया केंद्र ने भी जवाब दे दिया था. लोगों ने मान लिया था कि उनके अड्डेबाज गुरु भगदड़ में परलोक सिधार गए. उनके चाहने वालों ने इस बीच तेरहवीं का इंतजाम कर डाला. ब्राह्मण भोज के लिए निमंत्रण बंट गए तभी कार्यक्रम से ठीक एक दिन पहले खूंटी गुरु रिक्शा सहित प्रगट हो गए.
मौत की खबर से सदमे में था मोहल्ला
सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर पूरी घटना शेयर करने वाले कांग्रेस नेता और खूंटी गुरु के चाहने वाले अभय अवस्थी लिखते हैं कि खूंटी गुरु (Khunti Guru) के परिवार में कोई नहीं है. वे अकेले जीरो रोड बस अड्डे के पास एक पुरानी कोठरी में रहते हैं. और दिनचर्या के अनुसार वहीं पास के भोजनालय में दोनों वक्त खाना खाते है.
28 जनवरी को वे मौनी अमावस्या पर्व पर संगम स्नान के लिए गए थे, लेकिन भगदड़ के दौरान लापता हो गए. कई दिनों तक वापस न लौटने पर मोहल्ले वालों ने उन्हें मृत मान लिया और उनकी तेरहवीं की तैयारियां शुरू कर दीं. ई-रिक्शा से अचानक आने पर मोहल्ले वालों की आंखें सजल हो गईं.
खोजते रहे मोहल्ले वाले, भोजन भजन में जुटे रहे खूंटी गुरु
सोशल मीडिया की सुर्खी बनी इस घटना के बाद जब उनसे बात की गई तो उन्होंने बताया कि भगदड़ के दौरान वे भीड़ में फंस गए थे किसी तरह सुरक्षित निकले और पास के एक मठ में शरण ली.
संतों के साथ भोजन भजन करते रहे. उनके पास मोबाइल फोन भी नहीं था. स्थिति सामान्य होने के कई दिनों बाद किसी से मदद लेकर वो घर पहुंचे. आपको बतादें कि खूंटी गुरु का जीवन मोहल्ले वालों की मदद से चलता है उनके परिवार में कोई नहीं है.
