फ़तेहपुर:भुखमरी की कगार पर रोजगार सेवक-तीन साल से नहीं मिला मानदेय-तीन की मौत!
सोमवार सुबह जिले के ग्राम रोजगार सेवक बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर लम्बित मानदेय को जल्द से जल्द दिलाए
फतेहपुर:एक ओर जहां सूबे के मुखिया प्रदेश में ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने की बात करते हैं, वहीं दूसरी ओर रोजगार पा चुके ज़िले की ग्राम पंचायतों में कार्यरत रोजगार सेवकों(पंचायत मित्र) का मानदेय पिछले तीन वर्षों से नहीं मिला है, जिसकी वजह से कार्यरत रोजगार सेवकों के ऊपर परिवार का भरण पोषण करने का संकट गहरा गया है।
युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए उत्तर प्रदेश ग्राम रोजगार सेवक संघ के जिलाध्यक्ष आदित्य सिंह चौहान ने बताया कि हम लोगों का पिछले तीन वर्षों से मानदेय भुगतान जनपद स्तर में हीलाहवाली के चलते नहीं हो पा रहा है, जिस कारण अब तक हमारे तीन साथी आर्थिक तंगी के चलते अपनी जान गवां चुके हैं।
उन्होंने जिले में कार्यरत बाबुओ के ऊपर आरोप लगाते हुए कहा है कि,हम लोगों के मानदेय का भुगतान न होने के पीछे जिले स्तर और विकास खण्ड स्तर में तैनात बाबुओं की घोर लापरवाही है, उन्होंने बताया कि हम लोगों के मानदेय का भुगतान अनुपूरक बजट के माध्यम से होता है,जिसमें जनपदवार धन की स्वीकृति उस जनपद की मांग के अनुसार होती है, परन्तु बाबुओं द्वारा शासन के आदेशों को दरकिनार करते हुए लम्बित मानदेय के सापेक्ष कम धन की मांग की गई,जिस वजह से हम लोगों को बजट का हवाला देते हुए मानदेय रोक दिया गया है।
उत्तर प्रदेश रोजगार सेवक संघ के बैनर तले इकट्ठा हुए जिले भर से आए रोजगार सेवकों ने डीसी मनरेगा और मुख्य विकास अधिकारी को ज्ञापन देकर लम्बित मानदेय को जल्द से जल्द निर्गत कराने की प्रार्थना की है।