फ़तेहपुर:पुलिस अधीक्षक रमेश की युगान्तर प्रवाह से ख़ास बातचीत कहा-अपराधियों के बुरे दिन की शुरुआत हो गई है।
देर रात ज़िले में पहुंच नवागत पुलिस कप्तान ने चार्ज संभालने के बाद रविवार को युगान्तर प्रवाह से एक्सक्लुसिव बातचीत करते हुए क्या कुछ कहा..पढ़े इस रिपोर्ट में।
फतेहपुर: यूपी में हुए आईपीएस अफसरों के तबादलों की जद में फतेहपुर के एसपी भी आ गए थे। जिले में रहे एसपी कैलाश सिंह को राज्य मुख्यालय लखनऊ भेज दिया गया है और उनके स्थान पर फतेहपुर के नए एसपी 2008 बैच के आईपीएस अफ़सर रमेश बनाए गए हैं।
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नवागत एसपी रमेश ने शनिवार देर रात जिले में पहुंचकर एसपी का कार्यभार संभाला। रविवार को जिले की पुलिस के नए मुखिया रमेश ने युगान्तर प्रवाह से खास बातचीत की।बातचीत के दौरान उन्होंने साफ़ किया कि अब जिले के अपराधियों के बुरे दिन शुरू हो गई हैं। एक सवाल का जवाब देते हुए एसपी ने कहा कि मेरी पहली प्राथमिकता यही होगी कि सज्जनों की रक्षा और दुर्जनो का दमन यहाँ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वह पुलिस एक्ट के हिसाब से काम करेंगे जिसमें सबसे पहले यही है कि अपराध का जल्द से नियंत्रित किया जाए।
हाल ही में ज़िले में बढ़े हुए अपराध के ग्राफ़ के मद्देनजर जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पहले तो जो अपराध हो चुके हैं उनके अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ कर सजा दिलवाना हमारी प्राथमिकता होगी फ़िर उसके बाद इस बात की भी समीक्षा की जाएगी कि अपराध होने के पीछे कारण क्या है।इस तरह से अपराध को नियंत्रित किया जाएगा।
गोरखपुर रहा सबसे चैलेंजिंग जिला...
पहली बार एसपी के पद पर नियुक्ति पाए 2008 बैच के आईपीएस अफसर रमेश ने बताया कि आईपीएस बनने के बाद उनकी पहली नियुक्ति एसपी एंटी करप्शन के रूप में लखनऊ में हुई थी इसके बाद वह गोरखपुर में एसपी सिटी के रूप में रहे तथा चार साल सोनभद्र जिले मे कमांडेंट पीएसी के पद पर रहे।
बातचीत के दौरान पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गोरखपुर ज़िला उनके लिए सब टफ जिला साबित हुआ है इसके पीछे कारण उन्होंने यह बताया कि गोरखपुर अपने आप मे एक बड़ा जिला है साथ ही वहाँ ला एंड ऑर्डर की भी समस्या बहुत रहती है।बावजूद इसके गोरखपुर में एसपी सिटी रहते हुए मैंने इसको कंट्रोल किया।
थानों में दर्ज मुकदमों की होगी समीक्षा...
एक सवाल के जवाब में एसपी रमेश ने कहा कि थानों में विवेचना के लिए पड़े हुए पेंडिंग मुकदमों की हर सप्ताह समीक्षा होगी जिससे यह पता चलेगा कि मुकदमों की विवेचना में इतना समय क्यों लग रहा है।एसपी रमेश का साफ़ तौर पर कहना था कि मुकदमो की विवेचना में देरी कतई बर्दाश्त नहीं होगी।