Kanpur Vaishno Devi Mandir: जम्मू-कटरा की तर्ज पर इस शहर के वैष्णो देवी मंदिर में भी दर्शन के लिए लेना पड़ता है सकरी गुफा का सहारा
देश भर में चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है इन दिनों श्रद्धालु (Devotees) माँ के अलग अलग स्वरूपो की पूजा अर्चना करते हैं. जिनमे सबसे ज्यादा भक्त जम्मू के कटरा (Jammu-Katra) स्थित मां वैष्णव देवी के दर्शन (Visit Maan Vaishno devi) करने जाते है लेकिन बहुत से भक्त ऐसे हैं जो वहां नहीं पहुंच पाते हैं ऐसे में भक्त कानपुर (Kanpur) के दक्षिण जोन स्थित दामोदर नगर (Damodar Nagar) में कटरा (Katra) की तर्ज पर गुफा (Cave) भी बनाई गई है जिससे होते हुए श्रद्धालु पिंडी रूपी मां के दर्शन प्राप्त कर सकते हैं.
कटरा की तर्ज पर बनाया गया गुफा रूपी मंदिर
चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) का पर्व देश भर में भक्त बड़े ही भक्ति और श्रद्धा भाव से मनाते हैं यही कारण है कि उत्तर प्रदेश समेत देश के अन्य राज्यो में देवी मां के मंदिर बने हुए हैं जहां भक्त पहुंचकर मां के दर्शन करते हैं. बावजूद उसके जम्मू स्थित कटरा (Katra) में मां वैष्णो देवी (Maan Vaishno devi) का प्रसिद्ध मंदिर भी बना हुआ है. जहां भक्त पहुंचकर मां के दर्शन (Devotees Visit) प्राप्त करते हैं, लेकिन बहुत से श्रद्धालु ऐसे हैं जो दूर होने की वजह से वहां नहीं पहुंच पाते हैं.
ऐसे में कानपुर (Kanpur) में भी मां वैष्णो देवी का एक भव्य मंदिर बनाया गया है कानपुर के दक्षिण जोन दामोदर नगर (Damodar Nagar) में स्थित जम्मू के कटरा की तर्ज पर एक गुफा (Cave) भी बनाई गई है जिससे होकर श्रद्धालु मां के दर्शन प्राप्त करते हैं यही नहीं यहां पर किसी भी मौसम में जाने पर भक्तों को प्रतीकात्मक रूप से ठंड का भी एहसास दिलाया जाता है जिसे देख ऐसा लगता है कि भक्त कानपुर के किसी मंदिर में नहीं बल्कि जम्मू के कटरा में मां के दर्शन कर रहे हैं.
24 साल पहले कराया गया था मंदिर का निर्माण
यह मंदिर करीब 24 साल पुराना है इस मंदिर का निर्माण साल 2000 में किया गया था, इसे बनवाने वाले जेबी राणा को कन्या के रूप में मां ने दर्शन दिए थे और कहा था कि इस स्थान पर करीब 5000 साल पुराना खाली मंदिर है उन्होंने यह भी कहा था कि यहां पर उनका एक स्थान बनाया जाए, ताकि जो भक्त उनके दर्शन के लिए कटरा नहीं पहुंच पाते हैं वह यहां पर आकर मेरे दर्शन प्राप्त कर सकते हैं इसके बाद जीबी राणा के द्वारा इस मंदिर का निर्माण कराया गया था.
यहाँ पर स्थापित है एक हजार हाथों वाली मां की मूर्ति
इस मंदिर में मां वैष्णो के अलावा कई और हिंदू देवी देवताओं की प्रतिमाएं स्थापित है जो बेहद प्राचीन है लेकिन सबसे ज्यादा प्रसिद्ध एक हजार हाथों वाली देवी मां की मूर्ति ब्रह्मांड की इकलौती मूर्ति है जिसमें एक हज़ार से ज्यादा हाथ है मंदिर के पुजारी द्वारा बताया गया कि वैसे तो इस मंदिर में रोजाना सैकड़ो भक्त मां के दर्शन करने आते हैं लेकिन नवरात्रि के दिनों में श्रद्धालुओं की भीड़ में काफी इजाफा देखने को मिलता है यही कारण है कि यहां पर रोजाना एक हजार से भी ज्यादा भक्त बड़े ही श्रद्धा भाव के साथ मां के दर्शन कर मन्नत मांगते हैं.
गुफा से होकर गुजरने पर होगा कटरा का एहसास
यहां दर्शन करने आने वाले भक्तों को कटरा का एहसास दिलाने के लिए जम्मू की तर्ज पर एक गुफा भी बनाई गई है गुफा बेहद सकरी है साथ ही यहां का वातावरण भी काफी ठंडा रहता है जिसे देखकर एक बार के लिए लगता है कि भक्त कानपुर में नहीं बल्कि जम्मू के कटरा में है. ठीक वैसा ही एहसास इस गुफा में होता है जैसे कटरा की गुफा में होता है, भक्त यहां पर माता के जयकारे लगाते हुए पिंडी रूप में विराजमान वैष्णो देवी माता के दर्शन करते हैं और अपने घर की सुख समृद्धि की कामना करते हैं. फिर माता के दर्शन के बाद भक्त भैरव नाथ के दर्शन करना नहीं भूलते क्योंकि बिना उनके दर्शन किये दर्शन अधूरे माने जाते हैं.