Kanpur Loksabha Chunav 2024: कानपुर संसदीय सीट पर कांग्रेस ने खेला ब्राह्मण कार्ड ! जानिए कौन हैं Alok Mishra
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कानपुर शहर (Kanpur City) की लोकसभा संसदीय सीट (Loksabha Seat) से आखिरकार कांग्रेस ने अपने पुराने नेता आलोक मिश्रा (Alok Mishra) को प्रत्याशी घोषित (Candidate Announced) किया है. इसके पीछे मुस्लिम-ब्राह्मण समीकरण को माना जा रहा है. आईए जानते हैं कौन है आलोक मिश्रा जिन्हें कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए कानपुर शहर की सीट के लिए प्रत्याशी घोषित किया है.
कांग्रेस ने कानपुर संसदीय सीट पर खेला ब्राह्मण कॉर्ड
कानपुर शहर (Kanpur City) की संसदीय सीट (Loksabha Chunav) को लेकर जहां सपा-कांग्रेस गठबंधन में पहले से ही तय हुआ था कि कानपुर नगर की सीट पर कांग्रेस अपना प्रत्याशी उतारेगी. कांग्रेस (Congress) की प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद यहां ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए कांग्रेस ने बड़ा दांव खेला है और अपने पुराने नेता आलोक मिश्रा (Alok Mishra) को प्रत्याशी घोषित किया है.
सीटों के बंटवारे में इंडिया गठबंधन से नाम की घोषणा को लेकर हो रही देरी का कारण स्पष्ट हो गया जब कांग्रेस ने अपने 9 प्रत्याशी घोषित किया. इंडिया गठबंधन प्रत्याशी चयन में कितनी गंभीर है और जीत के लिए सभी गणित बिठाने के बाद ही नाम का चयन कर रही है. इसका उदाहरण कानपुर संसदीय सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी बने आलोक मिश्रा है.
कानपुर संसदीय सीट पर वोटों का गणित
कानपुर संसदीय सीट में करीब 16 लाख 52 हज़ार मतदाता है. कानपुर सीट ब्राह्मण बाहुल्य मानी जाती है क्योंकि यहां लगभग 8 लाख 65 हज़ार सिर्फ ब्राह्मण मतदाता हैं जबकि मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी निर्णायक स्थिति की है कानपुर संसदीय सीट के अंदर आने वाली विधानसभा में तीन विधानसभा से इंडिया गठबंधन के साथी सपा के विधायक हैं. कांग्रेस ने आलोक मिश्रा को प्रत्याशी बनाकर भाजपा को यह सोचने के लिए विवश कर दिया है कि अब वह किस वर्ग से प्रत्याशी को उतारे.
किदवई नगर व गोविंद नगर में ब्राह्मण वर्ग की बहुलता
इससे पहले कांग्रेस अजय कपूर को लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाने का मन बना चुकी थी लेकिन एन वक्त पर अजय कपूर ने पार्टी से किनारा करते हुए भाजपा का दामन थाम लिया. जिसके बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य आलोक मिश्रा को कांग्रेस ने प्रत्याशी घोषित किया है.
हालांकि उनके नाम की कई दिनों से बात चल भी रही थी. आलोक मिश्रा के कानपुर सीट से लड़ने से खास तौर पर यह पूरा समीकरण मुस्लिम-ब्राह्मण समीकरण साधने का देखा जा रहा है. दरअसल किदवई नगर और गोविंद नगर में ब्राह्मण की बहुलता ज्यादा है वर्तमान में समाजवादी पार्टी के पास कानपुर में छावनी, सीसामऊ और आर्यनगर विधानसभा हैं आलोक मिश्रा को यहां पर भी मजबूती मिल सकती है.
कौन हैं आलोक मिश्रा (Who Is Alok Mishra Kanpur)
बात की जाए कानपुर सीट से प्रत्याशी बने आलोक मिश्रा की तो कांग्रेस के आलोक मिश्रा अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य है. उनकी पत्नी वंदना मिश्रा महापौर का चुनाव लड़ चुकी है जहां वे दूसरे स्थान पर रही थी. पार्टी ने ब्राह्मण कार्ड खेलते हुए अपने इस पुराने नेता पर दांव खेला है इससे पहले आलोक मिश्रा कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र से भी चुनाव लड़ चुके हैं. आलोक मिश्रा का जन्म वर्ष 1961 में हुआ, मां सुशील मिश्रा कन्नौज की और पिता विद्याधर मिश्रा फतेहपुर के रहने वाले थे. आलोक का विवाह वर्ष 1986 में वंदना मिश्रा से हुआ था. एक पुत्र व एक पुत्री है. क्राइस्टचर्च कॉलेज से छात्र राजनीति शुरू की.
लम्बे समय से कांग्रेस के साथ जुड़े है आलोक मिश्रा
वर्ष 1983-84 में उन्हें क्राइस्टचर्च कॉलेज में सर्वश्रेष्ठ छात्र के लिए दो बार पुरुषकरत किया गया. इसके बाद 1985-87 में क्राइस्टचर्च महाविद्यालय में प्राध्यापक रहे. आलोक मिश्रा छात्र राजनीति से सफर शुरू करने के बाद 1982 में कांग्रेस से जुड़े.
इसके बाद वर्ष 2005 से 3 साल तक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव रहे फिर 1998 से 2004 तक प्रदेश कमेटी के सचिव और 1997 में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता और अब वह अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी काफी लंबे समय से है. कांग्रेस नेता की ओर से सूची जारी होने के बाद आलोक मिश्रा ने बताया कि सबसे पहले माल रोड स्थित खेरपति मंदिर जाकर दर्शन किए और अपने माता-पिता को नमन किया अब रविवार से होली मिलने के साथ ही चुनाव प्रचार के लिए शुरुआत भी करेंगे.