Fatehpur News:बसपा ने किया फ़तेहपुर के तीन बड़े नेताओं का निष्कासन.लगे कई गम्भीर आरोप।
फतेहपुर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से ठीक पहले बसपा ने जिले के तीन बड़े नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निष्कासित कर दिया है। पंचायत चुनाव से पहले बसपा का यह कदम कहीं उसके लिए भारी पड़ सकता है।पार्टी जिलाध्यक्ष ने पत्र जारी करते हुए इस मामले की पुष्टि की है।पढ़ें युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट..UP Panchayat Chunav 2021 Fatehpur News
UP Panchayat Chunav 2021 Fatehpur News: फ़तेहपुर में हो रहे त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से ठीक राजनीतिक गलियारे में एक बार फिर घमासान मच गया है।बसपा ने अपनी पार्टी के तीन नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते निष्कासित कर दिया है। इसमें बसपा से चार बार के विधायक और खेल मंत्री रह चुके अयोध्या प्रसाद पाल,पूर्व विधायक आदित्य पाण्डेय और जहानाबाद नगर पंचायत के पूर्व चेयरमैन अनवारुल हक शामिल है।
बसपा फ़तेहपुर ने पत्र जारी करते हुए की पुष्टि..
बसपा जिलाध्यक्ष सीताराम गौतम की ओर से जारी पत्र में बताया गया है कि अयोध्या प्रसाद पाल, आदित्य पांडेय और अनवारुल हक द्वारा पार्टी कार्यो में अनुशासन हीनता और विरोधी गतिविधियों में सम्मिलित होने के कारण इनका निष्कासन किया गया है।जिलाध्यक्ष ने पत्र में लिखा कि इन लोगों को कई बाद इन गतिविधियों के प्रति चेताया भी गया लेकिन इनकी कार्यशैली में कोई फर्क नहीं दिखा जिसकी वज़ह से इनका निष्कासन किया गया। जबकि जानकारी के अनुसार बसपा ने जिला पंचायत सदस्यों के लिए कई सीटों पर उमीदवारों की घोषणा की थी और निर्देश दिए गए थे कि पार्टी के सभी नेताओं को इनका समर्थन करना है जबकि पूर्व मंत्री ने अपने ही बेटे को जमरावां सीट से चुनाव में खड़ा किया है। इसीप्रकार से आदित्य पांडेय ने भी अकबरपुर नसीरपुर सीट से अपने उम्मीदवार को चुनाव में खड़ा किया है जबकि यही हाल अनवारुल हक का भी बताया जा रहा है।
वहीं पूर्व मंत्री ने कहा मेरे साथ षड्यंत्र किया गया है पार्टी के कुछ लोग टिकट देने के नाम पर अवैध वसूली करते है जब मैंने इसका विरोध किया तो मुझे पार्टी से निकालने की चाल चली गई।
आदित्य पांडेय बताते हैं कि पार्टी जिलाध्यक्ष सीताराम गौतम द्वारा टिकट के नाम पर वसूली की जा रही थी जिसके लिए मैंने पहले ही राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिखकर सारी जानकारी दी थी और कहा था कि इसपर कार्रवाई नहीं हुई तो इसी को मेरा त्यागपत्र समझा जाए।