Dharmantaran In Fatehpur: फतेहपुर में कम्पनी की आड़ में चल रही थी धर्मांतरण की फैक्ट्री मोहसिन यासीन औऱ अलीम गिरफ्तार
फतेहपुर में पिछले कई सालों से अलग अलग नामों से संचालित हो रही कथित मल्टी लेवल मार्केटिंग कम्पनी के बारे में सोमवार को बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. कम्पनी की आड़ में यहाँ धर्मांतरण कराने का गंदा खेल चल रहा था. कम्पनी के झांसे का शिकार हुए वाराणसी के युवक की शिकायत पर कोतवाली पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पढ़ें पूरी खबर युगान्तर प्रवाह पर. Fatehpur Dharmparivtn Latest News
Fatehpur News: बढ़ी हुई बेरोजगारी में ग़रीब नौजवान बेरोजगार युवा आए दिन नौकरी औऱ रोजगार के नाम फ्रॉड का शिकार हो अपनी जमा पूंजी गंवा रहे हैं. यूपी के फतेहपुर ज़िले में पिछले कई सालों से लखनऊ बाईपास के निकट अलग अलग नामों से संचालित हो रही एक कथित मल्टी लेवल मार्केटिंग कम्पनी का एक औऱ बड़ा फ्रॉड सामने आया है. Dharmantaran In Fatehpur
उल्लेखनीय है कि लखनऊ बाईपास से संचालित कम्पनी पर कुछ महीनों पहले मुकदमा दर्ज हुआ था. कम्पनी से जुड़े कुछ लोगों की गिरफ्तारी भी हुईं थीं. जिसके बाद कम्पनी कुछ दिनों तक शांत रही थी. लेकिन इस बीच राधानगर में एक घर से कम्पनी बदले हुए नाम से फ़िर से संचालित होने लगी थी. कम्पनी के झांसे का शिकार हुए कई लड़के यहाँ बंधक बनाए गए थे.
धर्म परिवर्तन का धंधा..
कम्पनी बेरोजगार युवाओं को नौकरी का लालच देकर रुपये तो ऐंठती ही थी साथ ही कम्पनी का संचालक औऱ उसके गुर्गे हिन्दू लड़को का ब्रेनवॉश कर उन्हें मुस्लिम धर्म की ओर आकर्षित कर रहे थे.कम्पनी के फ्राड का शिकार हुए वाराणसी के सिगरा थानाक्षेत्र के हबीबपुरा चंदुआ निवासी सुधांशू चौहान ने एफआईआर में बताया कि उसके मोबाइल पर अरमान अली निवासी जिला गाजीपुर ने 14 जून को फोन किया था. उसकी ट्रांसपोर्ट कंपनी में 15 हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से नौकरी लगने की बात कही. Fatehpur Dharm parivartan News
वह लालच में अरमान अली के बताए पते पर 16 जून को फतेहपुर आबकारी कार्यालय के पास पहुंचा.उसे अरमान अली तुराबअली का पुरवा ले गया और वहीं रात में रुकवाया.दूसरे दिन अरमान उसे एक मुस्लिम युवक के साथ लखनऊ बाईपास स्थिति मार्केटिंग कंपनी के आफिस ले गया.उससे एक हजार रुपये लिए और रजिस्ट्रेशन की बात कही. उसके बाद घरवालों से रहने और खाने का 10 हजार रुपये मंगवाया.दबाव में आकर उसने गूगल पे से रुपये मंगाकर दिए.वह 17 जून को ऑफिस पहुंचा. जहां से मोहसीन, यासीन उसे और करीब 20 हिंदू लड़कों को 30 से 40 मुस्लिम लोगों के साथ एक मदरसे में ले गए.
मदरसे में बताया कि वह लोग उनके अनुसार चलेंगे तो हर महीने एक से दो लाख रुपये कमा सकते हैं.उसके बाद एक सेमिनार हुआ.उसमें वक्ताओं ने संगठन से जुड़कर रुपये कमाने की बात कही.जिसके बाद 19 जून की सुबह करीब साढ़े छह बजे करीब 50 हिंदू और 100 मुस्लिम लड़कों के साथ उसे भी एक मस्जिद ले गए.मस्जिद में एक मौलवी ने मुस्लिम धर्म अपनाने और प्रचार प्रसार की बात कही.एक हफ्ते ट्रेनिंग के बाद रुपये मिलने की बात कही. इसके बाद मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए मजबूर करने लगे.मकान मालिक अलीम ने भी धर्म परिवर्तन की को कहा.
युवक ने बताया कि विरोध करने पर एक कमरे में उसे बंधक बना लिया.उनकी क्रियाकलापों से साफ हुआ कि सामूहिक रुप से मुस्लिम धर्म के मौलवियों के द्वारा धर्म परिवर्तन की साजिश रची जा रही है.वह किसी तरह से जान बचाकर पुलिस तक पहुंचा.
सुधांशू की तहरीर पर पुलिस ने कंपनी के हेड एकलाख, यासीन, मकान मालिक अलीम, मोहसीन, मौलवी, अरमान अली और उसके एक अज्ञात मुस्लिम साथी के खिलाफ धर्म परिवर्तन सहित सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है.पुलिस ने मोहसिन अंसारी निवासी मनिहारी थाना फतेहगढ़ जिला फर्रुखाबाद, यासीन मंसूरी निवासी बहादुरगंज थाना मऊ दरवाजा जिला फर्रुखाबाद, मकान मालिक मोहम्मद अलीम को गिरफ्तार किया है.शेष आरोपी फ़िलहाल फ़रार बताए जा रहे हैं.