UP Fatehpur News: फतेहपुर में ठंडी नहीं हुई अखरी की राख ! उरौली में हुआ खूनी खेल, प्रधान पर हमला 15 पर FIR
Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में चुनावी रंजिश को लेकर उरौली गांव के मौजूदा ग्राम प्रधान अजीत कुमार पर पूर्व प्रधान हरदीप सिंह ने साथियों संग जानलेवा हमला किया. पुलिस ने 15 लोगों पर मुकदमा दर्ज धड़पकड़ शुरू कर दी है.

UP Fatehpur News: यूपी की पंचायत राजनीति अब लोकतंत्र की नहीं, लहू की भाषा में फैसले कर रही है. फतेहपुर जिले के ललौली थाना क्षेत्र के उरौली गांव में सोमवार की शाम चुनावी रंजिश की चिंगारी अचानक ऐसी भड़की कि गांव की गली खून से लाल हो गई.
मौजूदा ग्राम प्रधान अजीत कुमार पर पूर्व प्रधान हरदीप सिंह ने अपने करीबियों संग हमला बोल दिया और ये हमला सिर्फ लाठी-डंडों तक सीमित नहीं था, इसमें बंदूकें, कुल्हाड़ियां और खुलेआम नफरत की गोलियां शामिल थीं.
घर की दहलीज़ पर पहुंची पंचायत की दुश्मनी
अजीत कुमार सिंह उरौली गांव के मौजूदा ग्राम प्रधान हैं. बताया जा रहा है कि वो अपने घर के बाहर आम दिनों की तरह बैठे थे. लेकिन राजनीति की रंजिश कब खून में बदल जाए, इसका अंदाजा किसी को न था. तभी गांव का पूर्व प्रधान हरदीप सिंह अपने परिवार और समर्थकों के साथ वहां आ धमका.
हरदीप के हाथ में बंदूक थी और उसके साथियों के पास लाठी, डंडे और कुल्हाड़ियां. बिना किसी बहस, बिना किसी चेतावनी के उन्होंने अजीत पर हमला कर दिया. अजीत जान बचाने के लिए घर के अंदर भागे, लेकिन हमलावर पीछा करते हुए घर में घुस आए.
जब औरतों की चीखों में गूंजीं गोलियां
हमले की आवाज़ सुनकर अजीत की पत्नी पूनम, छोटा भाई राजन और भाभी अंजली बचाने दौड़े. लेकिन हमलावरों ने उन्हें भी बख्शा नहीं. महिलाओं को धकेला गया, लाठियों से पीटा गया..ऐसी रंजिश की घर की चारदीवारी तक नफरत से कांप उठी.
पीड़ित प्रधान का कहना है कि हरदीप सिंह ने गोली भी चलाई, जो उनके सिर के करीब से गुजर गई—ये हमला हत्या की नियत से किया गया था. गांव वाले जब शोर मचाने लगे, तब जाकर हमलावर भाग खड़े हुए.
चुनावी बदले की आग, पहले भी हो चुका था हमला
प्रधान अजीत कुमार ने बताया कि इस हिंसा की पटकथा पहले ही लिखी जा चुकी थी. एक दिन पहले भी हरदीप ने उनके भाई पर हमला किया था, जिसकी शिकायत पुलिस को दी गई थी. लेकिन समय पर कार्रवाई न होने से हमलावरों के हौसले और बुलंद हो गए.
अजीत का कहना है कि चुनावी वर्चस्व और पुरानी रंजिश की वजह से ही ये हमला हुआ. जानकारों की मानें तो दोनों परिवारों में कई आपसी लड़ाइयां हो चुकी हैं लेकिन पुलिस की लचर कार्यशैली ने अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है.
नामजद हमलावरों की लंबी लिस्ट, 15 पर दर्ज हुआ मुकदमा
थानाध्यक्ष शमशेर बहादुर सिंह ने बताया कि अजीत की तहरीर पर 15 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. आरोपियों में हरदीप सिंह, नरेंद्र सिंह, अवधेश सिंह, धर्मेंद्र सिंह, रौनक, भोली सिंह, अरमान, छोटू, धीरेंद्र उर्फ खुद्दू, उम्मु, उमा, रचना, सविता, कौशल और संजय सिंह के नाम शामिल हैं. पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और गांव में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त बल भी तैनात किया गया है.
अखरी के जख्म ताज़ा थे, उरौली की गली फिर लाल हो गई
8 अप्रैल को फतेहपुर के ही हथगाम थाना क्षेत्र के अखरी गांव में तिहरे हत्याकांड ने प्रदेश को हिला दिया था. किसान नेता पप्पू सिंह, उनके बेटे अभय और छोटे भाई अनूप को गोलियों से भून दिया गया था.
उस घटना के बाद लोगों को उम्मीद थी कि पुलिस सतर्क होगी, लेकिन अब उरौली में दोहराया गया खून का ये नया अध्याय एक गहरी विफलता की ओर इशारा कर रहा है. जिले की पंचायतें अब चुनावी चौपाल नहीं, खून की रणभूमि बन चुकी हैं—जहां मत नहीं, मांसल सत्ता तय करती है कि गांव की गद्दी पर कौन बैठेगा.