UP Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर में 14 साल बाद दर्ज हुई गुमशुदगी ! धन्य है पुलिस की लीला
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में पुलिस की इस कार्यशैली को जान कर आप अचंभित हो सकते हैं. कोर्ट के आदेश पर बकेवर थाने (Bakewar Thana) में 14 साल बाद एक लड़के की गुमशुदगी दर्ज की गई है.
UP Fatehpur News: यूपी के फतेहपुर में गुमशुदगी का ऐसा मामला सामने आया है जिसको सुनकर आप दांतों तले उंगलियां दबा लेंगे. बताया जा रहा है कि बकेवर थाना (Bakewar Thana) क्षेत्र के गुटैयाखेड़ा का रहने वाला महफूज़ आलम 12 साल की उम्र में साल 2010 में अचानक गायब हो गया.
परिजनों ने बेटे को सभी जगह खोजा जब वो नहीं मिला तो पुलिस को तहरीर दी लेकिन प्रशासन ने गुमशुदगी भी दर्ज करना मुनासिब नहीं समझा. दर-दर की ठोकरे खाने के बाद परिजनों को अंत में कोर्ट का सहारा लेना पड़ा. सोमवार को कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने 363 में मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई में जुट गई है.
12 की उम्र में गायब हुआ महफूज़ हुआ 26 साल का नौजवान
फतेहपुर (Fatehpur) के बकेवर थाना (Bakewar Thana) क्षेत्र के गुटैयाखेड़ा के रहने वाले अली हसन (53) पुत्र अब्दुल सत्तार ने एफआईआर के माध्यम से बताया कि उनका 12 वर्षीय बेटा महफूज़ आलम 15 फरवरी 2010 को अचानक गायब हो गया था.
काफी खोजबीन करने के बाद भी उसका कहीं पता नहीं चला. निराश होकर उन्होंने पुलिस को तहरीर दी लेकिन मुकदमा दर्ज नहीं किया गया. लगातार थाने के चक्कर काटने के बाद भी जब सुनवाई नहीं हुई तो पुलिस अधीक्षक को पत्र के माध्यम से सूचना दी लेकिन वहां भी किसी ने कोई सुनवाई नहीं की. अंत में कोर्ट का सहारा लेना पड़ा.
बेटे की राह देखते-देखते पथरा गई हैं परिजनों की आंखें
बेटे महफूज़ आलम की याद में परिजनों का बुरा हाल हो गया है. दरवाजे की हर आहट पर परिजनों की आंखें सजल हो उठती हैं. 12 साल की उम्र में जो बेटा गायब हुआ था शायद अब वो 26 साल का नौजवान हो गया है. पुलिस की चौखट में नाक रगड़ते हुए पिता की कमर झुक गई है. लेकिन न्याय की मूर्ति नहीं पिघली. अंत में कोर्ट के आदेश के बाद थाने में मुकदमा दर्ज किया गया.
इंश्योरेंस क्लेम के लिए रचा गया पूरा षड्यंत्र?
महफूज़ आलम के केस को लेकर जब बकेवर थाना प्रभारी कांति सिंह से जानकारी की गई तो उन्होंने बताया कि अली हसन का बेटा साल 2010 में मुंबई गया था फिर वहां से नहीं लौटा.
उन्होंने कहा कि जब इसकी छानबीन की गई तो जानकारी हुई की महफूज़ अपने दोस्तों से अभी भी बात करता है लेकिन परिजनों से बातचीत नहीं होती है. कांति सिंह ने कहा कि परिजन इंश्योरेंस क्लेम के चलते ऐसा कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि तहरीर में मुंबई से गायब होने का जिक्र नहीं है कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज किया गया है. आगे की जांच करते हुए विधिक कार्रवाई की जा रही है.