Fatehpur News Today: फतेहपुर के पूर्व सपा विधायक का बेटा BJP में शामिल ! वजह ये बताई जा रही है
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Fatehpur Loksabha Election 2024: फतेहपुर के पूर्व सपा विधायक मदन गोपाल वर्मा (Madan Gopal Verma) के पुत्र और समाजवादी पार्टी के जिला महासचिव दीपक वर्मा (Deepak Verma) ने सपा का दामन छोड़ते हुए भाजपा में शामिल हो गए हैं. कानपुर-बुंदेलखंड के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने उनका और उनके समर्थकों का स्वागत करते हुए सदस्यता दिलाई
पूर्व विधायक मदन गोपाल वर्मा के बेटे भाजपा में शामिल, समर्थकों के साथ ली सदस्यता
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) फतेहपुर (Fatehpur) जिले की जहानाबाद विधानसभा सीट से तीन बार विधायक रहे मदन गोपाल वर्मा (Madan Gopal Verma) के बेटे और समाजवादी पार्टी में जिला महासचिव दीपक वर्मा (Deepak Verma) ने बुधवार को अपने समर्थकों के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली. जानकारी के मुताबिक कानपुर क्षेत्रीय कार्यालय में कानपुर बुंदेलखंड के क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश पाल ने और ज्वाइनिंग कमेटी के अनूप अवस्थी ने सभी भाजपा में शामिल होने पर पटका पहनाकर स्वागत किया.
दीपक वर्मा ने छोड़ा सपा का दामन, सथार्थकों के साथ ली भाजपा की सदस्यता
फतेहपुर जिले के पूर्व विधायक मदन गोपाल वर्मा के बेटे और अमौली ब्लाक के बकियापुर निवासी दीपक वर्मा ने अपने समर्थकों के साथ बुधवार को कानपुर में भाजपा में शामिल हो गए. दीपक समा के जिला महासचिव रहे हैं.
उनके साथ अंकित सिंह, गौरव मिश्रा, जय सिंह राजपूत, आलोक पाल, अटलजीत राजपूत, मोहित पाल ने भी भाजपा की सदस्यता ग्रहण की. दीपक वर्मा मीडिया को जानकारी देते हुए करते हैं कि भाजपा की विकासकारी सोच और नीतियों से प्रभावित होकर शामिल हुआ हूं. लोकसभा चुनाव के पूर्व भाजपा में शामिल होने से कहीं ना कहीं सपा को झटका लग सकता है.
सपा के कद्दावर नेता के बेटे का भाजपा में शामिल होने से कितना होगा नुकसान
फतेहपुर के जहानाबाद विधानसभा से से तीन बार विधायक रहे मदन गोपाल वर्मा के बेटे दीपक वर्मा के भाजपा में शामिल होने से सपा को भारी नुकसान हो सकता है. मदन गोपाल वर्मा की बात करें तो वो पहली बार जनता दल से चुनाव लड़के 1993 में विधायक बने थे.
दूसरी बार 2002 में सपा के टिकट से चुनाव लड़ें और विधायक बने. साल 2012 में सपा ने उन पर भरोसा जताते हुए टिकट दी और तीसरी बार वो जहानाबाद से विधायक बने लेकिन 2022 में उन्हें भाजपा के राजेंद्र पटेल ने शिकस्त देते हुए सत्ता हथिया ली.