Fatehpur News: जब निषादराज के लिए करुणा निधान बन उठ गए सहस्त्र हांथ ! विलख रहे पिता के नेत्र से निकल रही थी अविरल धारा
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में बेटी की शादी से ठीक एक दिन पहले गृहस्थी में लगी आग ने सब कुछ बर्बाद कर दिया था. बिटिया की शादी के लिए उस गरीब के पास कुछ नहीं बचा था. आखिरकार व्यापारी, पत्रकार और प्रशासनिक सहयोग से धूमधाम से शादी संपन्न हुई. घटना किशनपुर थाना क्षेत्र के अहमदगंज तिहार गांव की है.
फतेहपुर में शादी से पहले ख़ाक हो गई थी गृहस्थी, जनपद की बेटी के लिए उठे सहस्त्र हांथ
घर में अचानक आग लग गई. लपटों ने घर की दीवारों के साथ दहेज का सामान भी जला दिया. चारो ओर चीख पुकार के स्वर से सन्नाटा छा गया. बेबस गरीब पिता के ऊपर काल का छप्पर फट चुका था लेकिन जब राम नवमी के दिन करुणा निधान का छप्पर फटा तो निषाद राज के नेत्र करुणा से भर गए. उस युग पुरुष ने अपने सहस्त्र हांथ सहयोग के लिए खड़े कर दिए.
घटना किशनपुर थाना क्षेत्र के अहमदगंज तिहार गांव की है. जहां जनपद की बेटी की लाज बचाने के लिए व्यापारियों, पत्रकारों और प्रशासनिक लोगों ने भरपूर सहयोग दिया.
जब बेटी की शादी के लिए स्वागतकर्ता बने थानेदार, पत्रकार बने भाई
फतेहपुर के किशनपुर थाना क्षेत्र के अहमदगंज तिहार गांव में बुधवार राम नवमी के दिन सिलेंडर की आग से शादी वाले घर में आग लग गई. गुरुवार को बांदा (Banda) के कमासिन क्षेत्र के कठार गांव से बारात आनी थी. गरीब मलखे निषाद ने अपनी बेटी रुचि के लिए जो भी दहेज का सामान खरीदा था सब ख़ाक हो चुका था.
विलख रहे पिता को ढाढ़स बंधाते हुए लोगों ने सहयोग के लिए हांथ बढ़ाए. जनपद के व्यापारियों, पत्रकारों और पुलिस के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों ने भरपूर सहयोग किया. किशनपुर थाना प्रभारी सुनील कुमार सिंह बारात वाले दिन बेटी के पिता का सहयोग करते हुए बारातियों का स्वागत करते नज़र आए वहीं जिले के पत्रकारों ने भी भाई का फर्ज निभाया.
गरीब पिता के घर आग लगने के बाद जिला पत्रकार संघ ने की थी अपील
अहमदगंज तिहार गांव में गरीब मलखे निषाद के घर शादी से ठीक एक दिन पहले अचानक आग लगने से दहेज का सामान जलकर ख़ाक हो गया था. जिला पत्रकार संघ ने अपने पत्रकार साथियों के साथ-साथ सभी लोगों से सहयोग की अपेक्षा की थी.
अध्यक्ष अजय सिंह भदौरिया कहते हैं कि, समाज में रहते हुए हम सभी का फर्ज बनता है कि इस मुसीबत की घड़ी में किसी गरीब की मदद करें लेकिन जब बात अपनी मिट्टी की अस्मत की हो तो इसमें बिना किसी भेदभाव के सहयोग करना चाहिए.
जिला पत्रकार संघ की इस अपील के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने मलखे निषाद की मदद के लिए अपना हांथ आगे बढ़ाया और धूमधाम से कन्या दान के लिए सहयोग किया.
किसी ने भेजा दूध रिफाइंड तो किसी ने भेजा चीनी
मलखे निषाद के घर आई विपत्ति के लिए सैकड़ों हांथ सहयोग के लिए खड़े हो गए. व्यापारी, सामाजिक कार्यकर्ता, शिक्षक, पुलिस, प्रशासनिक अधिकारी,पत्रकार, किसान सहित विदेशों में बैठे जनपदवासियों ने भरपूर सहयोग किया. किसी ने आटा दाल चावल दिया तो किसी ने मिठाई का अंबार लगा दिया. बेटी को आशीर्वाद स्वरूप देने वाला सामान भी देखते-देखते इकट्ठा हो गया. गरीब पिता मलखे निषाद यह देख द्रवित हो उठा उसकी आंखे करुणा से भर गईं