
UP Board Exam 2025: 19 साल का जज़्बा ! ढाई फुट लंबाई, पिता की गोद में पहुंचा यूपी बोर्ड का युवा परीक्षार्थी
Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में ढाई फुट के 19 वर्षीय प्रदीप शर्मा (Pradeep Sharma) ने आखिरकार हार नहीं मानी और अपने लिए लेखक की तलाश पूरी कर ली. पिता की गोद में दसवीं की बोर्ड परीक्षा (UP Board) देने पहुंचे तो लोग उनके जज्बे को देख हैरान रह गए.

Fatehpur UP Board News: असफलताओं के बावजूद हार न मानने की मिसाल पेश करते हुए उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले के दिव्यांग छात्र प्रदीप शर्मा ने हाई स्कूल बोर्ड परीक्षा में शामिल होने का सपना पूरा कर लिया.
महज ढाई फुट लंबाई वाले 19 वर्षीय प्रदीप ने अपने हौसले की बदौलत पिता की गोद में परीक्षा केंद्र तक पहुंचकर परीक्षा दी. दिव्यांगता को मात देने वाला ये छात्र लोगों के लिए एक प्रेरणा बन चुका है.
लेखक की अनुमति के लिए करना पड़ा संघर्ष
फतेहपुर (Fatehpur) के प्रदीप शनिवार को जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) कार्यालय पहुंचे थे ताकि परीक्षा के लिए एक लेखक की अनुमति मिल सके. हालांकि, पहले चयनित लेखक परीक्षा गाइडलाइन्स पर खरा नहीं उतर पाया, जिससे अनुमति नहीं मिल सकी. लेकिन परिवार ने हार नहीं मानी और योग्य लेखक की व्यवस्था करके आखिरकार परीक्षा देने की अनुमति प्राप्त कर ली.
शरीर से हारे लेकिन मेधा से जीते प्रदीप
प्रदीप शर्मा कौशांबी जिले के सिराथू ब्लॉक स्थित मकनपुर गांव के रहने वाले हैं. उनके पिता संतोष कुमार के अनुसार, प्रदीप बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहा है. वर्तमान में वह खागा तहसील के शिवपुरी में स्थित शिव भजन सिंह इंटर कॉलेज में हाई स्कूल के छात्र हैं. परीक्षा केंद्र धाता ब्लॉक के इंटर कॉलेज बेलाईं में पड़ा, जहां उन्हें पिता की गोद में बैठकर परीक्षा देने जाना पड़ा.
बेटे के जज्बे ने परिजनों का बढ़ाया आत्मविश्वास
शारीरिक अक्षमताओं के बावजूद प्रदीप ने परीक्षा देने का जज़्बा बनाए रखा. पिता संतोष कुमार कहते हैं कि कि उनके बेटे को लिखने में कठिनाई होती है, लेकिन उसकी शिक्षा के प्रति लगन को देखकर उन्होंने हर संभव प्रयास किया.
योग्य लेखक की व्यवस्था होने के बाद आखिरकार प्रदीप को परीक्षा में शामिल होने का मौका मिला. प्रदीप का यह संघर्ष उन सभी दिव्यांग छात्रों के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए संघर्षरत हैं. उनके अदम्य साहस और शिक्षा के प्रति समर्पण को जिले के सभी लोग सलाम कर रहे हैं.
