फतेहपुर:आर्थिक तंगी से जूझ रहे शिक्षामित्रों ने खून से लिखा एचआरडी मिनिस्टर को खत..दिया 72 घण्टे का अल्टीमेटम!
समायोजम रद्द होने के बाद अल्प मानदेय में नौकरी कर रहे शिक्षामित्रों ने नहर कालोनी में इकठ्ठा होकर अपनी मांगों को बुलंद किया..पढ़े पूरी खबर युगान्तर प्रवाह पर।
फतेहपुर:सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शिक्षामित्रों का समायोजन रद्द होने से उन्हें अब राज्य सरकार द्वारा पुनः मूल पदों पर वापस भेजकर दस हज़ार रुपए मानदेय दिया जा रहा है।
रविवार को आदर्श शिक्षामित्र वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले नहर कालोनी में जिलाध्यक्ष विजय सिंह गौर के नेतृत्व में इकठ्ठा हुए शिक्षामित्रों ने अपनी मांगो को लेकर मानव संसाधन विकास(एचआरडी)मंत्री को खून से पत्र लिखकर अपनी समस्याओं से अवगत कराया।
जिलाध्यक्ष विजय सिंह गौर ने युगान्तर प्रवाह से एक्सक्लुसिव बातचीत करते हुए बताया कि 25 जुलाई 2017 को समायोजन रद्द होने के बाद से योगी सरकार से शिक्षा मित्रों की कई चक्रों में बातचीत हो चुकी है लेक़िन अब तक कोई भी ठोस फैसला शिक्षा मित्रों के हितों में नहीं लिया गया।विजय सिंह ने आगे कहा कि हम लोगों ने 18 साल इस नौकरी को दिए हैं अब हम इतने अल्प मानदेय में किस तरह अपना और अपने परिवार का पालन पोषण करें।जिलाध्यक्ष ने यह भी बताया कि समायोजन रद्द होने के बाद से अब तक क़रीब 1500 शिक्षा मित्र असमय काल के गाल में समा चुका है।
जिलाध्यक्ष विजय सिंह गौर ने बातचीत करते हुए आगे कहा कि इसी लिए हमारी सरकार से मांग है कि हमारी व्यथा को सुनते हुए हमें 62 साल की सेवानिवृत्त और 12 माह का वेतन दिया जाए।