फतेहपुर:आरएसएस कार्यकर्ता की हुई पत्नी और बच्चे सहित हत्या के विरोध में बजरंग दल ने किया प्रदर्शन..सरकार को बर्खास्त करने की मांग.!
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में बीते 10 अक्टूबर को हुई आरएसएस कार्यकर्ता की परिवार सहित हत्या के मामले में मंगलवार को हिंदूवादी संगठनों ने विरोध प्रदर्शन कर ममता सरकार को बर्खास्त करने की मांग की..पढ़े पूरी खबर विस्तार से युगान्तर प्रवाह पर।
फतेहपुर:पश्चिम बंगाल में सत्तासीन ममता सरकार को हिन्दू विरोधी बताकर जिले में आज हिन्दू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किए।शहर के मुराइनटोला स्थित हनुमान मंदिर पर बजरंग दल,विश्व हिंदू परिषद सहित कई हिन्दूवादी संगठनों के कार्यकर्ता इकठ्ठा हुए।
जहां इन लोगों की एक सभा हुई इसके बाद कार्यकर्ता जुलूस की शक़्ल में कलक्ट्रेट पहुंच जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन के माध्यम से पश्चिम बंगाल में काबिज़ ममता सरकार को बर्खास्त कर राष्ट्रपति शासन लगाए जाने की मांग की।
क्या है पूरा मामला..
बीते दस अक्टूबर को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में एक परिवार को सामूहिक रूप से निर्मम हत्या हो जाती है।इस जघन्य हत्याकांड में बंधु प्रकाश पाल,उनकी गर्भवती पत्नी और एक 8 वर्षीय मासूम बच्चे ने अपनी जान गवां दी थी।बताया जा रहा है कि जिस बंधु प्रकाश की उसकी गर्भवती पत्नी और माशूम बच्चे सहित निर्मम तरीक़े से हत्या की गई है वह आरएसएस से जुड़ा हुआ कार्यकर्ता था।इसी घटना को लेकर पूरे देश मे इस वक्त पश्चिम बंगाल की ममता सरकार के विरोध में जगह जगह प्रदर्शन हो रहे हैं।
फतेहपुर में भी आज जिला मुख्यालय और बिंदकी में बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन व राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन देकर विरोध प्रदर्शन किया।इस मौक़े पर बजरंग दल के जिला संयोजक शानू सिंह 'अमित',आनन्द तिवारी सहित सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
बिंदकी में निकाली गई ममता बनर्जी की शव यात्रा..
बिंदकी में बजरंग दल प्रान्त संयोजक आचार्य अजीत राज के नेतृत्व में इकठ्ठा हुए कार्यकर्ताओं ने ममता सरकार की शव यात्रा निकाल मुर्शिदाबाद में हुई घटना के विरोध में प्रदर्शन किया।
इस मौके पर बोलते हुए प्रान्त संयोजक आचार्य अजीत राज ने कहा कि पश्चिम बंगाल की ममता सरकार हिन्दू विरोधी है।आए दिन बंगाल में हिन्दू मारा जा रहा है।हिन्दुओ की हत्या हो रही है,उन्होंने आगे कहा कि यदि इस प्रकार की घटनाओं में तत्काल रोक नहीं लगती तो हिन्दू समाज का धैर्य टूट जाएगा और जिसका परिणाम बुरा होगा।