Ayodhya Dr. Anil Mishra News: राम लला की प्राण-प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान का RSS से है गहरा नाता ! जानिए कौन हैं डॉ. अनिल मिश्रा?
अनिल मिश्रा मुख्य यजमान राम मंदिर
अयोध्या (Ayodhya) राम मंदिर (Ram Mandir) में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratistha) कार्यक्रम को अब दो दिन शेष रह गए हैं. ऐसे में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दिन मुख्य यजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे लेकिन इससे पहले प्रतिष्ठा पूर्ण अनुसंधान के लिए मुख्य यजमान (Main Host) डॉक्टर अनिल मिश्रा और उनकी पत्नी उषा मिश्रा को चुना गया है. जिन्होंने 16 जनवरी से विधिवत पूजन व अनुष्ठान शुरू कर दिया है.
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान
राम जन्मभूमि (Ram Janambhumi) पर बन रहे राम लला के भव्य मंदिर विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratistha) का यजमान (Main Host) श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्य डॉक्टर अनिल मिश्रा (Dr. Anil Mishra) और उनकी पत्नी उषा मिश्रा को बनाया गया है. जो इस कार्यक्रम के मुख्य यजमान (Main Host) है 2020 से वह संपूर्ण रूप से संघ के कार्यों के लिए समर्पित हो गए जिसके चलते उन्हें इस प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए विशेष तौर पर चुना गया है. चलिए जानेंगे कि कौन हैं डाक्टर अनिल मिश्रा जिन्हें प्राण प्रतिष्ठा के लिए यजमान नियुक्त (Main Host Appoint) किया गया है.
कौन हैं प्राण-प्रतिष्ठा के मुख्य यजमान?
पेशे से डॉक्टर रहे अनिल मिश्रा (Anil Mishra) का संघ से पुराना नाता है. इनका जन्म अंबेडकर नगर जिले के पतौना गांव में साल 1958 में हुआ था. उन्होंने बृज किशोर होम्योपैथी कॉलेज फरीदाबाद से बीएचएमएस (Bhms) की डिग्री प्राप्त की थी. उसके बाद उनका सरकारी चिकित्सा सेवा में सिलेक्शन हो गया लेकिन इसी बीच वह आरएसएस (Rss) से भी जुड़ गए. सुल्तानपुर और गोंडा में मुख्य चिकित्सा अधिकारी के पद पर उनकी तैनाती भी रही, यही नहीं बावजूद इसके उन्होंने कभी भी संघ का साथ नहीं छोड़ा जिसके चलते उन्हें अब यह बड़ी जिम्मेदारी मिली है.
साल 2020 में पूर्ण रूप से RSS के लिए हो गए समर्पित
सरकारी नौकरी (Govt Job) के अंतिम समय में उन्होंने उत्तर प्रदेश होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के रजिस्टर पद पर भी नियुक्त रहे, लेकिन साल 2020 में सेवानिवृत्त (Retirement) होने के बाद वह पूर्ण रूप से संघ के साथ जुड़ गए इसी बीच राम मंदिर के पक्ष में फैसला आने के बाद मंदिर ट्रस्ट का चयन किया गया तो डॉक्टर अनिल मिश्रा को इस ट्रस्ट का सदस्य बनाया गया.
16 जनवरी से शुरु हो चुका है अनुष्ठान
16 जनवरी से डॉक्टर अनिल मिश्रा अपनी पत्नी उषा मिश्रा के साथ मुख्य यजमान के रूप में प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratistha) के सभी कार्यों को विधि विधान से निभा रहे हैं. आपको बताते चले की मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त काशी के प्रसिद्ध वैदिक आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविण ने तय किया था 22 जनवरी दोपहर 12:20 से प्राण प्रतिष्ठा का मुख्य अनुसंधान शुरू होगा. यह पूजा तकरीबन 40 मिनट तक चलेगी जिसमें मुख्य यजमान के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) हिस्सा बनेंगे. वहीं माना जा रहा है अगले दिन या 23 जनवरी से मंदिर को आम लोगों के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा.