Pitru Paksha Shradh: पितृ पक्ष में क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए, जान ले पूरी बात
पितृ पक्ष 21 सितंबर से शुरू हो रहें हैं. ऐसे में यह जानना महत्वपूर्ण हो जाता है कि पितृ पक्ष में क्या नहीं करना चाहिए औऱ पितृ पक्ष में क्या करना चाहिए. Pitru paksha me kya nahi karna chahiye

हाईलाइट्स
- पितृ पक्ष में किन बातों का रखा जाता है ध्यान इस दौरान क्या होता है वर्जित
- श्राद्ध कर्म करने से पहले जाने उसके महत्वपूर्ण नियमों को
- पितृ पक्ष के दिनों में अपने आपको रखें सात्विक
Pitru Paksha Me Kya Nahi Karna Chahiye: हिन्दू धर्म में पितृ पक्ष बहुत ही महत्वपूर्ण माने जाते हैं।इस साल पितृ पक्ष 21 सितंबर से शुरू हो रहें हैं।15 दिनों के इस पक्ष में लोग अपने अपने पितरों का श्राद्ध करते हैं।दुनियां छोड़कर जा चुके अपने पूर्वजों को याद करके उनको कृतज्ञता अर्पित करने के लिए इस पक्ष में उनके नाम से दान आदि किया जाता है।साथ ही कुछ नियम बनायें गए हैं तो आइए सबसे पहले जानतें हैं कि-
पितृ पक्ष में क्या नहीं करना चाहिए.. Pitru Paksha Me Kya Nhi Karna Chahiye
1-पितृ पक्ष में किसी भी तरह के शुभ कार्य करने की मनाही होती है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इन दिनों में हम अपने पूर्वजों को याद करते हैं जो अब इस दुनियां में नहीं है, शोक के समय में कोई शुभ काम करना शास्त्र सम्मत नहीं होता है इसी लिए पितृ पक्ष में शुभ कार्य की वर्जित होते हैं।Pitra Paksha Ke niyam
2-पितृ पक्ष में वैसे तो किसी को भी दाढ़ी बाल नहीं कटवाने चाहिए फ़िर भी यदि सभी के लिए ऐसा सम्भव न हो पा रहा हो तो घर के वह सदस्य जो पितृ पक्ष में श्राद्ध आदि कर्म करते हैं उनके लिए तो दाढ़ी बाल कटवाना पूरी तरह से निषेध होता है। Pitru Paksha Me Kya Nhi Karna Chahiye
3-पितृपक्ष (Pitru Paksha Me Kya Nhi Karna Chahiye )में पितरों के लिए श्राद्ध कर्म कर रहे हैं तो उस शरीर पर तेल का प्रयोग नहीं करना चाहिए और ना ही पान खाना चाहिए। इसके साथ ही दूसरे के घर का खाना भी पितृपक्ष में वर्जित बताया गया है।और इत्र का प्रयोग भी नहीं करना चाहिए।Shradhya Me Kya Nhi Karna Chahiye
4-श्राद्ध कर्म के दौरान भूलकर (pitru pakshya me kya nhi karna chahiye) भी लोहे के बर्तनों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। मान्यता के अनुसार, पितृपक्ष में लोहे के बर्तन के प्रयोग करने से परिवार पर अशुभ प्रभाव पड़ता है। इसलिए पितृपक्ष में लोहे के अलावा तांबा, पीतल या अन्य धातु से बनें बर्तनों का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
5-इस पखवाड़े के दौरान संभोग करना वर्जित माना गया है, क्योंकि इस दौरान आपके पितृ पृथ्वी पर आते हैं।पितृपक्ष के दौरान घर में मांस-मदिरा का सेवन भी नहीं करना चाहिए।साथ ही पितृपक्ष में गाय, कुत्ते, कौवे सहित किसी भी जीवधारी का अपमान नहीं करना चाहिए।
पितृ पक्ष में क्या करना चाहिए... Pitru Pakshya Me Kya Karna Chahiye
श्राद्धपक्ष में पितरों के निमित्त करने के लिए पांच प्रकार के दान बताए गए हैं। ये हैं गौ दान, अन्न् दान, वस्त्र दान, औषधि दान और स्वर्ण दान। इन पांच प्रकार में से कोई भी एक प्रकार का दान पितरों के नाम से किसी जरूरतमंद या ब्राह्मण को दान देना चाहिए।पंचमी, अष्टमी, नवमी, चतुर्दशी, अमावस्या, पूर्णिमा को पितरों के नाम से गरीबों, जरूरतमंदों को भोजन करवाएं। Pitru Pakshya Me Kya Karna Chahiye
पितृपक्ष में नियमित रूप से भागवत महापुराण कथा का पाठ करना चाहिए। स्वयं नहीं पढ़ सकते तो कहीं सुनने जाएं।पीपल के पेड़ में पितरों का वास होता है। इसलिए पितृपक्ष में प्रतिदिन पीपल के पेड़ में कच्चे दूध में जल और शकर मिलाकर अर्पित करें।पीपल के पेड़ में प्रतिदिन शाम के समय आटे के पांच दीपक जलाएं। दीपक में सरसो का तेल भरें। Pitru Pakshya Me Kya Nhi Karna Chahiye
पितरों के नाम से किसी वेदपाठी ब्राह्मण को भोजन करवाकर यथाशक्ति दान-दक्षिणा भेंट करें।
पितृपक्ष में प्रतिदिन गायों को हरी घास खिलाएं।
गाय को घी-गुड़ रखकर ताजी रोटी खिलाएं।
पितृदोष निवारण के लिए महामृत्युंजय मंत्र से शिवजी का अभिषेक करें। Pitru Pakshya 2021
प्रतिदिन पितृ कवच का पाठ करने से पितृदोष की शांति होती है।पितृपक्ष में पितरों के नाम से फलदार, छायादार वृक्ष अवश्य लगाना चाहिए।Shradhya Me Kya Karna Chahiye