नवरात्रि विशेष:कात्यायनी माता के रूप में आज भक्तों को दर्शन देंगी माँ दुर्गा..इस मंत्र का जप करना होगा लाभकारी.!
शारदीय नवरात्रि के छठे दिन माँ दुर्गा के कात्यायनी स्वरूप की पूजा होती है.. इस दिन किस विधि विधान से पूजा करनी चाहिए..पढ़े युगान्तर प्रवाह की इस रिपोर्ट में।
अध्यात्म:आज शारदीय नवरात्रि का छठा दिन है।इस दिन माँ दुर्गा अपने कात्यायनी स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन देती हैं।
इस विधि से करें पूजा..
रोज की तरह य़ज्ञ से शुरुआत करें।नवार्ण मंत्र से जाप करें। ऊं ऐं हीं क्लीं चामुंडाय विच्चै का जाप करें। ऊं ऐं हीं क्लीं नमस चंडीकाय स्वाहा: का जाप कर यज्ञ करें।आज 11वां अध्याय पढ़ना होगा।सुबह 11:46 बजे से पाठ करें। लाल, पीले रंग का इस्तेमाल करें।दोनों में से किसी एक रंग के वस्त्र पहनकर पूजा करें।मन में भी पाठ कर सकते हैं। वाहन में बैठे हुए भी जाप कर सकते हैं।सिर्फ सुनने से लाभ नहीं होगा।खुद पाठ करना जरूरी है।आज की पूजा से विवाह, वैवाहिक जीवन में सफलता मिलती है।आज विशेष दान करना है।सोना या पीतल, पीला वस्त्र, गुड़, शहद, चने का दान करें।दान बड़े भाव से दें। घर या बाहर का पका हुआ भोजन दान दे सकते हैं। किसी बुजुर्ग विधवा महिला को दान करें।
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मां कात्यायिनी की पूजा से मंगल, बृहस्पति की स्थिति अच्छी हो जाती है। वैवाहिक जीवन का संकट खत्म हो जाता है।कई बार मंगल, बृहस्पति खराब होने पर भी विवाह हो जाता है।ताकतवर ग्रह दशा की वजह से कई बार हम फैसले ले लेते हैं।बाद में फैसले पर अफसोस होता है। ऊं श्रीं बृहस्पताय नम: का जाप करे।मंत्र के जाप से वैवाहिक जीवन में संकट से मुक्ति मिलेगी। कुछ महीनों में असर दिखने लगेगा।भाषा, वाणी का सोच-समझकर उपयोग करें।दूध में डुबाई हुई अंगूठी को दशमी की सुबह पहनें।रातभर साधना के अभ्यास के बाद सुबह यज्ञ करें।यज्ञ के बाद कन्या पूजन करें फिर अंगूठी धारण करें।