Ganesh Ji Ki Aarti Likhi Hui: गणेश जी की आरती लिखी हुई, जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा, Jay Ganesh Jay Ganesh Jay Ganesh Deva
गणेश जी की आरती लिखित
विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश (Ganesh Ji Aarti) जी की पूजा में आरती का विशेष महत्व है खास कर गणेश चतुर्थी (Ganesh chaturthi) से अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) तक इनकी पूजा करने से भगवान सिद्धविनायक आपके सभी दुःखों को दूर कर देते हैं इसके अलावा प्रत्येक बुधवार को बुद्धि ज्ञान के देवता भगवान श्री गणेश के पूजन के बाद इस आरती को जरूर पढ़ना चाहिए. जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा माता जाकी पार्वती पिता महादेवा (Jay Ganesh Jay Ganesh Jay Ganesh Deva Mata Jaki Parvati Pita Mahadeva)
Ganesh Ji Ki Aarti Jay Ganesh Jay Ganesh Jay Ganesh Deva Lyrics In Hindi: देवताओं में प्रथम पूज्य देवता भगवान श्री गणेश जी की पूजा आरती का विशेष महत्व है महाराष्ट्र (Maharashtra) सहित पूरे भारत वर्ष में गणेश चतुर्थी (Ganesh chaturthi) से लेकर अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) तक इनकी पूजा विशेष फल देने वाली होती है. इसके अलावा प्रत्येक बुधवार को विघ्नहर्ता भगवान श्री गणेश पूजा की जाती है. इस दिन उनकी पूजा अर्चना करने के बाद इस आरती को अवश्य पढ़ना चाहिए
श्री गणेश जी की आरती(Jay Ganesh Jay Ganesh Jay Ganesh Deva)
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।
एकदंत, दयावन्त, चार भुजाधारी,
माथे सिन्दूर सोहे, मूस की सवारी।
पान चढ़े, फूल चढ़े और चढ़े मेवा,
लड्डुअन का भोग लगे, सन्त करें सेवा।।
जय गणेश, जय गणेश, जय गणेश, देवा।
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।।
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया, बांझन को पुत्र देत, निर्धन को माया।
'सूर' श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो जय बलिहारी।
जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा
माता जाकी पार्वती, पिता महादेवा।