राजनीति:कानपुर में सपा की नैया 'राम' के हाँथ..केवट मतदाताओं पर नज़र!
शनिवार दोपहर सपा ने यूपी की दो और लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है..कानपुर से रामकुमार निषाद गठबंधन के उम्मीदवार बनाए गए हैं..पढ़े युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट।
कानपुर: यूपी की वीआईपी लोकसभा सीटों में जानी जाने वाली कानपुर की सीट पर शनिवार दोपहर सपा ने भी अपने प्रत्याशी का ऐलान कर दिया सबसे खास बात यह रही कि जिस उम्मीदवार को सपा बसपा गठबंधन से प्रत्याशी घोषित किया गया है उसकी दावेदारी को लेकर पूरे कानपुर संसदीय क्षेत्र में किसी भी प्रकार की कोई चर्चा नहीं थी लेकिन सपा द्वारा जारी सूची में जब कानपुर से राम कुमार निषाद के नाम का ऐलान हुआ तो सब कोई हतप्रभ हो गया।
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कौन हैं राम कुमार निषाद जिस पर सपा ने दांव खेला है.?
सपा,बसपा और रालोद के बीच हुए महागठबंधन में सपा के खाते में आई कानपुर सीट पर भाजपा,कांग्रेस के बाद आज सपा ने भी अपने पत्ते खोल दिये हैं।सपा द्वारा घोषित उम्मीदवार रामकुमार निषाद का राजनीतिक कैरियर मूल रूप से उन्नाव ज़िले का रहा है हालांकि रामकुमार के दिवंगत पिता मनोहर लाल कानपुर से लोकसभा का चुनाव जीत चुके हैं और तब वर्तमान सपा उम्मीदवार रामकुमार अपने पिता के चुनाव संचालन सहित तमाम राजनीतिक गतिविधियों में सम्मलित रहते थे।रामकुमार के दिवंगत भाई दीपक कुमार भी उन्नाव से विधायक रह चुके हैं।
जातीय समीकरण में फिट बैठ गए रामकुमार...
रामकुमार निषाद के प्रत्याशी घोषित होने के पीछे राजनीतिक विश्लेषकों का ऐसा मानना है कि रामकुमार केवट बिरादरी से ताल्लुक रखते हैं जिसको देखते हुए सपा ने कानपुर सहित आस पास के जिलों में केवटों को अपने पाले में लाने की कोशिश की है साथ ही कानपुर संसदीय क्षेत्र में दलित, पिछड़े और मुस्लिम गठजोड़ में भी रामकुमार फिट बैठ गए जिससे ऐन वक्त पर अन्य सपा दावेदारों को झटका दे वह रेस में आगे निकल गए और टिकट ले आए।
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टिकट घोषित होने के बाद कानपुर पहुंचे गठबंधन उम्मीदवार रामकुमार निषाद ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि मैं कानपुर के लिए नया नहीं हूं मैंने अपने पिता के साथ कानपुर की जनता के लिए काम किया है और आज एक बार फिर हमारी पार्टी ने कानपुर की सेवा करने का मौका दिया है।
लेकिन रामकुमार निषाद के लिए कानपुर की सीट आसान न होगी क्योंकि उनका मुकाबला कांग्रेस और भाजपा के कद्दावर नेताओं श्री प्रकाश जायसवाल और सत्यदेव पचौरी से सीधे तौर पर होगा।