फतेहपुर:विश्व हिन्दू परिषद की नाराजगी भाजपा को मुश्किल में डाल सकती है..!
रामनवमी के अवसर पर युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए विश्व हिन्दू परिषद के प्रांतीय मंत्री वीरेंद्र पांडेय ने भाजपा के प्रति अपनी नाराजगी ज़ाहिर की है..जो भाजपा के लिए बड़ी मुसीबत साबित हो सकता है..पढ़े युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट।
फ़तेहपुर: भाजपा के घोषणा पत्र (संकल्प पत्र) से राम ग़ायब तो नहीं हुए पर बरस दर बरस उनके मंदिर मुद्दे को भाजपा ने दरकिनार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
राम मंदिर का राग अलाप भारत की राजनीति में साल दर साल उन्नति करने वाली पार्टी का मानो अब राम से मोह ही भंग हो चुका है।भले ही उनके कुछ नेता राम मंदिर बनाने की बात करते हो पर भाजपा द्वारा जारी किए गए 2019 के संकल्प पत्र से यह साबित हो गया कि भाजपा अब केवल मोदी के सहारे है और पार्टी को राम की जरूरत बची नहीं।
ग़ौरतलब है कि इस बार के संकल्प पत्र में भाजपा द्वारा यह कहा गया है कि संविधान के अनुसार राम मंदिर का निर्माण होगा जिसका मतलब यह है कि अब भाजपा ने भी राम मंदिर का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट के आसरे ही छोड़ दिया है।जिसके चलते भाजपा को समर्थन करने वाले हिन्दूवादी संगठन ख़ासा नाराज़ चल रहे हैं।
सभी पार्टियों की तरह भाजपा ने भी छला...
रामनवमी के अवसर पर फतेहपुर में युगान्तर प्रवाह से बातचीत करते हुए विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय मंत्री वीरेंद्र पांडेय ने कहा कि अब राम मंदिर का निर्माण तभी होगा जब स्वयं भगवान राम चाहेंगे उन्होंने मौजूदा सरकार के प्रति नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि दूसरी सरकारों की तरह भाजपा ने भी राम भक्तों के साथ छलावा किया है।हालांकि वीरेंद्र पांडेय ने यह भी कहा कि भाजपा के अलावा अन्य राजनीतिक दल तो राम और हिन्दू समाज को अछूत मानते हैं कम से कम बीजेपी राम मंदिर के बारे में बात तो करती है अब वह चाहे जिस मन से करती हो।
आपको बता दे कि राम मंदिर के मुद्दे पर देश भर के अलग अलग कोनों से भाजपा के विरोध में बातें उठती रहीं हैं क्योंकि लोगों का ऐसा मानना है कि जिस राम के नाम पर राजनीति कर भाजपा ने सत्ता हासिल की है आज उसी राम को वह भूल चुकी है।