UP Chunav 2022:बीजेपी के लिए क्यों सबसे कठिन है दूसरे चरण का चुनाव जानें जातीय समीकरण
सोमवार को यूपी विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण में 9 जिलों की 55 सीटों पर वोट डाले जा रहें हैं.इन 55 सीटों को भाजपा के लिए सबसे कठिन माना जा रहा है.वजह है जातीय समीकरण. UP Election 2022 Latest News
UP Election 2022:भाजपा के लिए विधानसभा चुनाव का दूसरा चरण सबसे मुश्किलों भरा है.क्योंकि जिन 55 सीटों पर दूसरे चरण में मतदान हो रहा है.उन सीटों का जातीय समीकरण बीजेपी के उलट रहता है.यह सपा का मजबूत गढ़ माना जाता रहा है.इस बार आरएलडी का सपा से गठबंधन हो जाने के चलते यह गढ़ औऱ मजबूत हुआ है.दूसरा इस बार 2017 की तरह लहर भी नहीं है.ऐसे में भाजपा के लिए इन सीटों पर पिछला प्रदर्शन दोहरा पाना ख़ासा मुश्किल लग रहा है. UP Chunav 2022 Latest News
क्या है जातीय समीकरण..
दूसरे चरण में जिन 9 जिलों में चुनाव हो रहा है वहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है.जिन 55 सीटों पर चुनाव हो रहा है उनमें से 9 सीटों पर मुस्लिम आबादी 50 प्रतिशत से अधिक है.मुस्लिम बहुमत वाली कुछ सीटों में रामपुर, संभल, अमरोहा, चमरौआ और ल शामिल हैं. इसके अतिरिक्त 14 सीटें ऐसी हैं जहां मुस्लिम मतदाताओं की भागीदारी 40 से 50 फीसदी है. करीब दो दर्जन विधानसभा क्षेत्रों में मुस्लिम मतदाता चुनाव परिणाम को प्रभावित कर सकते हैं.
सपा ने पिछली बार 26 फीसदी वोट शेयर के साथ 55 में से 15 सीटों पर जीत हासिल की थी.इस इलाके में सपा का वोट शेयर सूबे के अन्य हिस्सों की तुलना में सबसे अधिक था.15 में से 10 सीट पर सपा के मुस्लिम प्रत्याशी चुनाव जीते थे.
2017 के पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इन 55 में से 38 सीटों पर जीत हासिल की थी.तब बीजेपी के पास जाटों का मजबूत वोट बैंक था.लेकिन किसान आंदोलन के बाद बदले माहौल ने जाट बीजेपी से खिसक गए हैं.औऱ आरएलडी सपा का गठबंधन हो जाने से बीजेपी के मुशीबत बड़ी हो गई है.पश्चिमी यूपी में जाटों की आबादी 6-7 प्रतिशत है.जो कई सीटों पर प्रभाव डालती है.