Up Bjp Loksabha Election 2024 : बीजेपी सूत्रों के बड़े संकेत,यूपी में 25 से 30 फीसदी सांसदों का कट सकता है टिकट!
लोकसभा 2024 के चुनाव में 80 की 80 सीट जीतने का लक्ष्य लेकर बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में महाजनसंपर्क अभियान शुरू किया था. जिसका समापन 30 जून को होना था.कई सांसदों की निष्क्रियता और लापरवाही के कारण पार्टी आलाकमान 25 से 30 प्रतिशत सांसदों का टिकट काट सकती हैं.और नए चेहरे सामने आ सकते हैं.
हाईलाइट्स
- बीजेपी सूत्रों के बड़े संकेत ,25 से 30 फीसदी सांसदों के काटे जा सकते हैं टिकट
- महाजनसंपर्क अभियान में निष्क्रियता के साथ दिखी कुछ सांसदों की लापरवाही
- बीजेपी सूत्रों की रडार में हैं ऐसे सांसद, यूपी के मंत्री व नए चेहरे भी पा सकते हैं टिकट
tickets may be cut for some MPs in UP : भाजपा के महाजनसंपर्क अभियान के दौरान बीजेपी लगातार मोदी सरकार के 9 वर्ष पूरे होने पर घर-घर जाकर उनके कार्यकर्ता व जन प्रतिनिधि सरकार के महाजनसंपर्क अभियान की योजनाओं और उनके किये हुए विकास कार्यों को जनता को बताया जा रहा है.पार्टी आलाकमान को 25 से 30 फीसदी ऐसे सांसदों की निष्क्रियता व लापरवाही सामने दिखाई दी है, जिन्होने इस अभियान में रुचि नहीं दिखाई और जिनका जनता के बीच रवैया ठीक नहीं रहा. सूत्रों की माने तो ऐसे सांसदों का टिकट खतरे में है.
बीजेपी के महाजनसंपर्क अभियान में सांसदों की दिखी लापरवाही व निष्क्रियता
बीजेपी का महाजनसंपर्क अभियान के सर्वे में यह बात सामने आई है. उत्तर प्रदेश में 25 से 30 प्रतिशत ऐसे सांसद है जिनकी लापरवाही सामने आयी है. पहले इस महाजनसंपर्क अभियान का समापन 30 जून को होना था, सांसदों की लापरवाही के चलते अब यह अभियान 18 जुलाई तक बढ़ा दिया गया है.बीजेपी के पार्टी आलाकमान ने गहरी नाराजगी जाहिर करते हुए अपने इरादे स्पष्ट कर दिए हैं, कि उत्तर प्रदेश में जिस तरह बीजेपी ने 80 सीटों का जीतने का लक्ष्य रखा है उसको लेकर कुछ ऐसे सांसद हैं जो लापरवाही करते हुए देखे जा रहे हैं.बीजेपी सूत्र की माने तो आगामी लोकसभा 2024 के चुनाव में उनका टिकट कट सकता है.
बीजेपी सूत्रों से बड़े संकेत आ रहे सामने
खुद राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल ने वर्चुअल मीटिंग कर सांसदों की कार्यशैली व लापरवाही को देख नाराजगी जाहिर की थी.भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश की 80 सीटें जीतने का लक्ष्य लेकर अभी से तैयारी में जुटी हुई है .25 से 30 प्रतिशत सांसदों की लापरवाही के चलते उन्हें कोई बड़ा ठोस कदम उठाना पड़ सकता है. बीजेपी सूत्र की माने तो 2019 के चुनाव में लड़े सांसद प्रत्याशी हो या कुछ वर्तमान सांसद का पत्ता आगामी चुनाव में कट सकता है.पार्टी आलाकमान को ऐसे सांसदों की छवि और निष्क्रियता के बारे में जानकारी मिली है, चुनाव लड़ने के लिए बीजेपी ने 75 साल उम्र तय की है इससे ऊपर वाले चुनाव नहीं लड़ सकते.
यूपी के कई मंत्री लड़ सकते हैं लोकसभा चुनाव
भाजपा यूपी के कई मंत्रियों को चुनाव लड़ा सकती है. मौजूदा विधायकों पर भी विचार कर सकती है. बीजेपी सूत्रों की माने तो मथुरा से हेमा मालिनी की जगह श्रीकांत शर्मा चुनाव लड़ाया जा सकता हैं. धौरहरा सीट से जितिन प्रसाद को, देवरिया सीट से शलभमणि त्रिपाठी को, कानपुर से दिनेश शर्मा को मौका दिया जा सकता है,अकबरपुर या फतेहपुर से राकेश सचान चुनाव लड़ सकते हैं.बाराबंकी सीट से प्रियंका रावत को टिकट मिल सकता है. इसके अलावा भी पार्टी आलाकमान कई सांसदों की सीट में परिवर्तन कर सकती है.