IIT Kanpur Cyber Tool kit : अच्छी खबर-आईआईटी कानपुर बना रही ऐसी टूल किट जो साइबर अपराधों की पहचान करने में पुलिस की करेगी सहायता
बढ़ते साइबर फ्रॉड व साइबर क्राइम की रोकथाम व नियंत्रण को लेकर आईआईटी कानपुर एक टूल किट तैयार कर रहा है. जिसे राज्यों के पुलिस विभाग को सौंपा जाएगा. एक तो इस किट के जरिए साइबर क्राइम की पहचान हो सकेगी. और इस तरह के साइबर अपराधों पर अंकुश लग सकेगा.
हाईलाइट्स
- साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए तैयार कर रहा कानपुर आईआईटी एक टूल किट
- इन्वेस्टिगेशन टूल किट से साइबर क्राइम की होगी पहचान
- साइबराबाद पुलिस के साथ मिलकर किया जा रहा कार्य, जल्द अन्य राज्यो की पुलिस को सौंपा जाएगा
IIT Kanpur has prepared a tool kit for the prevention of cyber crime : देशभर में इस वक्त साइबर क्राइम का ग्राफ काफी तेजी से बढ़ रहा है . आलम यह है कि अब तक साइबर क्राइम को काबू कर पाने में पुलिस विभाग के लोग भी नाकाम साबित हुए है. आये दिन अक्सर लोगों को अपने जाल में फंसा कर उनसे साइबर क्राइम की वारदातें सामने आती रहती हैं.कभी ओटीपी वाला साइबर क्राइम या फिर उनकी मीठी बातों वाला साइबर क्राइम नतीजा लोगों को चूना लगाकर उनसे मोटी रकम ऐंठ ली जाती है. ऐसे साइबर क्राइम व फ्रॉड को रोकने व अपराधियों पर नकेल कैसे जाने के लिए आईआईटी कानपुर टूल किट तैयार कर रहा है जिससे उनपर शिकंजा कसा जाएगा.
आईआईटी कानपुर ने तैयार की इन्वेस्टिगेशन टूल किट
भारत में साइबर फ्रॉड व अपराध को कंट्रोल करने के लिए लोगों के द्वारा नए-नए तरीके निकाले जा रहे हैं. जिससे इसका निस्तारण किया जा सके. वहीं साइबर क्राइम करने वाले अपराधियों पर नकेल भी कसी जा सकेगी. आईआईटी कानपुर एक ऐसी टूलकिट तैयार कर रहा है, जिसे पुलिस डिपार्टमेंट से शेयर किया जाएगा और जब इसकी रिपोर्ट सकारात्मक आने लगेगी, जिसके बाद अन्य राज्य में भी इसका प्रयोग किया जाएगा.
कानपुर आईआईटी के साइबर सेल हेड ने क्या कहा
आईआईटी कानपुर के साइबर सेल के हेड प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल ने इस टूल किट के विषय में जानकारी देते हुए बताया कि यह कार्य माइक्रोसॉफ्ट इंडिया और हैदराबाद की साइबराबाद पुलिस के साथ मिलकर किया जा रहा है. जिसमें साइबर क्राइम इन्वेस्टीगेशन टूल किट आईआईटी के द्वारा बनाया जा रहा है. इसका उद्देश्य है कि साइबर क्राइम कितने प्रकार के होते हैं. उतना अच्छे से पुलिस को पता नहीं होता ,उनको सहायता देने के लिए इस टूल किट का निर्माण किया जा रहा है.
यह टूल साइबर क्राइम की करेगा पहचान
यदि कोई साइबर क्राइम कभी हुआ पहले किस तरह के साइबर क्राइम हुए थे, उनका पैटर्न क्या था, क्या-क्या तकनीक प्रयोग की गई .किस तरह से इसकी जांच की गई उन पर कैसे एविडेंस कलेक्ट किए जाएं और क्या-क्या इंफॉर्मेशन होना चाहिए .जैसे ही एविडेन्स चेन बनाकर इस टूल में इसे इनपुट किया जाएगा. जिससे साइबर अपराधियों को पकड़ने में काफी मदद मिलेगी.इस टूल के जरिये साइबर क्राइम की पहचान हो सकेगी.
अन्य राज्यो की पुलिस को भी दी जाएगी टूलकिट
इस टूल को अपडेट रखा जाएगा जिससे साइबर क्राइम के पैटर्न जुड़ते जाएंगे उनपर यह अपना इनपुट और डेटा तैयार कर जानकारी देगा. इस टूल के जरिए साइबर क्राइम क्या हुआ है इसकी सही पहचान पता चल सकेगी. हैदराबाद की साइबराबाद पुलिस ने ट्रेनिंग के दौरान इस वक्त अच्छा काम किया है अन्य जगहों पर भी इस टूल किट को ले जाने की जरूरत है. यदि एक बार ये किट अच्छे से काम करने लगे तो अन्य राज्यों की पुलिस को भी इसका लाभ मिलेगा.
टूल करेगा पुलिस की सहायता
अक्सर आम आदमियों को साइबर क्राइम का शिकार होना पड़ता है, जिससे लोगों को पुलिस ट्रेस नहीं कर पाती है. अलग-अलग प्रकार के साइबरक्राइम होते हैं जिसमें अलग टेक्निक का प्रयोग होता है. जिसमें हमारा टूल बताएगा कि यह एक प्रकार का साइबरक्राइम है. टूल इसे गाइड करेगा और पुलिस की सहायता करते हुए साइबर अपराधियों को पकड़ने में काफी सहायक साबित होगा.
गेमचेंजर तो जनता के हाथ में खुद होना होगा जागरूक
यह टूल कितना कारगर साबित होगा यह तो हमारी क्षमताओं पर निर्भर करेगा .सबसे बड़ा गेम चेंजर पुलिस के हाथ नहीं है और ना हमारे हाथ है यह आम जनता के हाथ में है. साइबर क्राइम के जाल में लोग अक्सर फंसते हैं. जैसे अक्सर ओटीपी शेयर कर देते हैं. या फिर कोई भी ऐसी जानकारी जो उनतक शेयर कर देते हैं जिससे उनका खामियाजा भुगतना पड़ता है तो पहले सभी को खुद भी जागरूक होना पड़ेगा. हमारा उद्देश्य है कि यदि यहाँ से टूल किट सफल रहती है तो अन्य सभी राज्यों की पुलिस को भी इसे शेयर किया जाएगा.