
Fatehpur News: होली पर लौटने वाला था लाल ! उत्तराखंड हिमस्खलन ने छीन ली सांसें, फतेहपुर के गांव में मातम
Fatehpur News In Hindi
उत्तराखंड (Uttara khand) के चमोली में हिमस्खलन की चपेट में आकर फतेहपुर (Fatehpur) के अशोक पासवान की दर्दनाक मौत हो गई. होली पर घर लौटने की तैयारी कर रहे अशोक का अब शव पहुंचेगा गांव.

Fatehpur News: उत्तराखंड के चमोली (Chamoli) जिले में हुए भीषण हिमस्खलन ने कई परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है. इस प्राकृतिक आपदा में उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) जिले के एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई.
मृतक की पहचान घनघौल गांव निवासी अशोक पासवान के रूप में हुई है, जो वहां मजदूरी कर रहा था. हादसे की खबर जैसे ही गांव पहुंची, परिवार में कोहराम मच गया. युवक के शव को लाने के लिए परिजन तुरंत उत्तराखंड रवाना हो गए.
काम के सिलसिले में गया था उत्तराखंड, BRO कैंप में हुआ हादसा
अशोक पासवान (25) रोजी-रोटी की तलाश में करीब 11 महीने पहले अपने मौसेरे भाई अंकित पासवान के साथ उत्तराखंड के चमोली जिले गया था. वह बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन (BRO) के कैंप में काम कर रहा था. शुक्रवार को जब अशोक अपने साथियों के साथ काम कर रहा था, तभी अचानक भयानक हिमस्खलन हुआ और वह बर्फ के नीचे दब गया.
शनिवार को जब रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ, तब बचाव दल ने उसका शव बरामद किया. इस खबर से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. रविवार को जैसे ही यह खबर गांव में फैली, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई.
होली में घर आने वाला था अशोक, एक दिन पहले ही की थी बात
अशोक पासवान की शादी महज एक साल पहले जिले के हसवा कस्बे की प्रियंका पासवान से हुई थी. परिजनों के मुताबिक, हादसे से एक दिन पहले अशोक ने घर फोन किया था और बताया था कि वह होली पर घर लौटने वाला है. लेकिन किसे पता था कि यह उसकी आखिरी बातचीत होगी.
अशोक के मौसेरे भाई अंकित महाशिवरात्रि के मौके पर गांव वापस आ गया था, लेकिन अशोक वहीं काम करता रहा. अब इस दुखद घटना के बाद उसकी पत्नी और परिवार के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे.
नवजात बेटे को छोड़ गया अशोक, परिवार का रो-रोकर बुरा हाल
अशोक पासवान अपने पीछे अपनी पत्नी और दो महीने के मासूम बेटे को छोड़ गया है. उसकी पत्नी प्रियंका का रो-रोकर बुरा हाल है. पूरे गांव में शोक की लहर है और हर कोई इस दुखद घटना को लेकर गमगीन है.
अशोक के शव को लाने के लिए उसके परिजन रविवार को उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए. संभावना है कि सोमवार देर रात तक शव गांव पहुंच जाएगा और मंगलवार सुबह उसका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
