यूपी:अयोध्या में सोशल मीडिया मैसेजों और सार्वजनिक कार्यक्रमों पर रोक..निगरानी के लिए टीमें गठित..!
राम जन्मभूमि ज़मीनी विवाद को लेकर अब किसी भी दिन फैसला आ सकता है..जिसके मद्देनजर पूरे अयोध्या क्षेत्र में व्यापक सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम किए गए हैं...पढ़े युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट।
अयोध्या:राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद के ज़मीनी विवाद से जुड़े मामले की सुनवाई पूरी हो चुकी है और अब यह उम्मीद की जा रही है कि इसका फैसला 17 नवम्बर से पहले किसी भी दिन आ सकता है।फैसला आने के बाद किसी भी तरह का साम्प्रदायिक विवाद न हो इसके लिए प्राशासनिक अमला पूरी तरह से सतर्क है।खासकर सोशल मीडिया मैसेजों पर प्रशासन नजर बनाए हुए है।
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अयोध्या के जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने सोशल मीडिया मैसेज और पोस्टर पर रोक लगा दी है।कोई भी अयोध्या विवाद, राम मंदिर या बाबरी मस्जिद से जुड़ा मैसेज न तो सोशल मीडिया पर शेयर कर पाएगा और न ही कोई पोस्टर लगाया जाएगा। डीएम का कहना है कि सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने के लिए 28 दिसंबर तक यह रोक लगाई है।
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प्रशासन ने कहा है कि अयोध्या, मंदिर, मस्जिद या फिर सांप्रदायिक कमेंट सोशल मीडिया पर बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।अगर लोग अपने व्हाट्सएप्प, फेसबुक टि्वटर इंस्टाग्राम या दूसरे अन्य सोशल मीडिया ग्रुप पर आपत्तिजनक पोस्ट या कमेंट लिखते हुए पाए जाएंगे तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके अलावा अयोध्या में लाइसेंसी हथियारों पर रोक लगा दी गई है अगले आदेशो तक सड़क पर कोई भी व्यक्ति अपने लाइसेंसी हथियारों को भी लेकर नहीं निकल पाएगा।प्रशासन ने 28 दिसम्बर तक के लिए धार्मिक,राजनैतिक व सामाजिक आयोजनों, रैलियों और सभाओं पर भी पाबंदी लगाई है।