कोरोना:दिल्ली के बस स्टॉपों में भारी संख्या में उमड़ी मजदूरों की भीड़..यूपी और बिहार में बढ़ा संक्रमण का ख़तरा..!
राज्य सरकारों की अपील मजदूरों का विश्वास नहीं जीत पा रही है।सरकार की तमाम अपीलों के बावजूद मजदूर अपने अपने घरों की ओर कूच किए हुए हैं..इस समय दिल्ली के बस स्टॉपों में भारी भीड़ उमड़ी है...पढ़े युगान्तर प्रवाह की एक रिपोर्ट।
डेस्क:न कोरोना का डर न संक्रमण की चिंता।अपने घर पहुंचने की ज़िद में बेबस और भूखा मजदूर सड़को पर उमड़ पड़ा है।सैकड़ो,हजारों किलोमीटर घर से दूर काम करने वाला मजदूर अब पैदल ही अपने घर जा रहा है।शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऐलान किया कि जो जहां है वहीं रुके यूपी सरकार उनके खाने और रहने का इंतजाम कर रही है।
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लेक़िन मजदूरों पर सरकार की अपील का कोई असर नहीं हुआ और वह लगातार पैदल ही घरों की ओर चलते रहे।इसी बीच फ़िर योगी सरकार को मजबूरी में यूपी के बाहर फंसे हुए मजदूरों को यूपी में लाने के लिए 1000 बसों को लगाने का ऐलान किया गया।
सरकार की इस घोषणा के साथ ही दिल्ली में फंसे हुए मजदूरों की भारी भीड़ दिल्ली के बस स्टॉपों पर इकठ्ठा हो गई है।दिल्ली के आनंद विहार, कौशाम्बी सहित तमाम बस अड्डो पर यूपी ,बिहार और झारखंड के हजारों मजदूर इकठ्ठा हो गए हैं।
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अकेले आनंद विहार बस अड्डे पर ख़बर लिखे जाने तक 15000 से ज़्यादा मजदूरों की भीड़ इकट्ठा है।इन सबको बसों से यूपी के शहरों जैसे लखनऊ, गोरखपुर, आगरा , बागपत सहित दर्जनों शहरों में लाए जाने का सिलसिला जारी है।
लेकिन इन सबके बीच सवाल सबसे बड़ा यही खड़ा हो रहा है।कि लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब क्या रह गया है।
यूपी सरकार के लिए सबसे बड़ी चिंता की बात यह कि अन्य दिनों की तुलना में शनिवार को कोरोना संक्रमित मरीज़ो की संख्या ज़्यादा बढ़ी है।अब तक यूपी में मरीज़ो की संख्या 65 के पार चली गई है।