Ram Mandir:महंत नृत्य गोपाल दास को राम मंदिर ट्रस्ट का सीधे अध्यक्ष बनाए जाने की यह है वजह..पहले नहीं थे शामिल..!
बुधवार को राम मंदिर निर्माण के लिए गठित किए गए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक में सर्वसम्मति से ट्रस्ट का अध्यक्ष/प्रबंधक महंत नृत्य गोपाल दास को व महामंत्री विहिप के चंपत राय को बनाया गया है..पढ़े युगान्तर प्रवाह पर पूरी खबर..
डेस्क:अयोध्या में राम मंदिर निर्माण से पहले की सभी जरूरी प्रक्रियाएं धीरे धीरे अब शुरू हो गईं हैं।सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा गठित किए राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की पहली बैठक बुधवार को सम्पन्न हुई जिसमें सर्वसम्मति से राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष और राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे प्रमुख सदस्य महंत नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष/प्रबंधक नियुक्त किया गया।
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वहीं विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ट्रस्ट के महामंत्री बनाए गए।आपको बता दे कि इन दोनों को ही कुछ दिनों पहले घोषित हुए ट्रस्ट में शामिल नहीं किया गया था।
महंत नृत्य गोपाल दास को ट्रस्ट का अध्यक्ष बनाने की वजह..
कुछ दिनों पहले मोदी सरकार द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट का गठन किया गया।इस ट्रस्ट में 15 लोगों को जगह मिली लेक़िन राम मंदिर आंदोलन में शुरू से ही अग्रणी भूमिका में रहे राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास और विहिप के चंपत राय को ट्रस्ट में शामिल नहीं किया गया था।जो काफ़ी चौंकाने वाला था।जिसके चलते अयोध्या के संतों के बीच असंतोष फैल रहा था।और कई बार यह मीडिया के माध्यम से बाहर भी आ रहा था।जिसके बाद बुधवार को ट्रस्ट की पहली बैठक होने से पहले महंत नृत्य गोपाल दास और चंपत राय को ट्रस्ट में शामिल किया गया।यह दोनों केवल शामिल ही नहीं हुए बल्कि ट्रस्ट के सबसे महत्वपूर्ण पदों में ट्रस्ट के सदस्यों की सर्वसम्मति से आसीन हुए।
आपको बता दे कि नृत्यगोपाल दास दशकों तक राम मंदिर आंदोलन के संरक्षक की भूमिका में रहे हैं।मंदिर निर्माण के लिए घोषित किए गए ट्रस्ट में उनका नाम न होने से सभी को हैरानी हुई थी। नृत्यगोपाल दास लगातार मंदिर निर्माण के लिए होने वाले कार्यों में अगुवा की भूमिका निभाते रहे हैं। इनकी अगुवाई में लंबे समय से राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा भी एकत्र किया जाता रहा है। नृत्यगोपाल दास पर बाबरी विध्वंस में शामिल रहने का आरोप है और इस मामले में लखनऊ की सीबीआई कोर्ट में उनके खिलाफ मुकदमा भी चल रहा है।
महंत नृत्यगोपाल दास का संबंध राममंदिर से सिर्फ शीर्ष धर्माचार्य के रूप में ही नहीं बल्कि मंदिर आंदोलन के एक नायक की भूमिका में भी रहा है। उन्होंने समय-समय पर मंदिर आंदोलन की अगुवाई भी की।इसके साथ ही निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक उन्होंने कानूनी लड़ाई लड़ने का काम भी किया।