विकास दुबे एनकाउंटर मामले में यूपी सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में ये कहा गया है..!
हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे और उसके साथियों की पुलिस मुठभेड़ में हुई मौत के मामले में यूपी सरकार की तरफ़ से सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाख़िल कर कई बातें कही गई हैं..पढ़ें पूरी खबर युगान्तर प्रवाह पर..
नई दिल्ली:दो/तीन जुलाई की दरम्यानी रात कानपुर के बिकरु गाँव में हुई जघन्य वारदात के बाद पूरे देश में कुख्यात हुए विकास दुबे और उसके पाँच साथियों की पुलिस मुठभेड़ के दौरान हुए एनकाउंटर में मौत हो गई है।हालांकि इन एनकाउंटर पर कई तरह के गम्भीर सवाल भी खड़े हुए हैं।एनकाउंटर को फर्जी भी बताया गया है।
सुप्रीम कोर्ट में अपराधी-पुलिस-राजनेता संबंध के अलावा बिकरू गाँव में हुई मुठभेड़ और उसके बाद विकास दुबे और उनके कई साथियों की एनकाउंटर में मौत को लेकर कई याचिकाएँ दायर की गई हैं। इसी के जवाब में यूपी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफ़नामा दायर किया है।
अपने हलफ़नामे में उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव ने कहा है कि विकास दुबे ने पुलिस से पिस्तौल छीनकर फ़ायरिंग शुरू कर दी थी। उन्होंने दावा किया कि घटना बिल्कुल वास्तविक है, इसे गढ़ा नहीं गया है।
यूपी सरकार का कहना है कि 10 जुलाई को मध्य प्रदेश के उज्जैन से कानपुर लाते समय पुलिस की गाड़ी पलट गई थी और विकास दुबे ने वहाँ से भागने की कोशिश की। सरकार का कहना है कि भागते समय वो लगातार पुलिसवालों पर गोलियाँ चला रहे थे।पुलिस के पास विकास को मारने के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा था।