UPPSC RO-ARO Exam Cancelled: सिपाही भर्ती परीक्षा के बाद आरओ/एआरओ की परीक्षा भी रद्द ! जानिये कब होगी दोबारा परीक्षा
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उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा के निरस्त होने के बाद अब आरओ/एआरओ (Ro/Aro) की परीक्षा को भी सरकार ने निरस्त (Cancelled) कर दिया है. दरअसल इस परीक्षा में भी पेपर लीक मामले ने तूल पकड़ा था. जिसके बाद से लगातार परीक्षार्थी आंदोलन कर रहे थे. जहां जांच की बात की जा रही थी आखिरकार परीक्षार्थियों की जीत हुई अब इस परीक्षा को भी निरस्त कर दिया है और इसकी जांच एसटीएफ को सौंप दी गई है. सीएम ने इस परीक्षा को 6 माह के भीतर कराए जाने के निर्देश भी दिये हैं.
आरओ/एआरओ परीक्षा रद्द
उत्तर प्रदेश पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामले के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने छात्रो की मांग को देखते हुए परीक्षा को निरस्त कर दिया था और 6 माह के भीतर दोबारा परीक्षा कराये जाने के निर्देश दिए थे. सिपाही भर्ती से कुछ दिन पहले ही समीक्षा अधिकारी (RO) और सहायक समीक्षा अधिकारी (ARO) की 11 फरवरी को परीक्षा थी. परीक्षा के दौरान ही तत्काल पेपर लीक के आरोप लगना शुरू हो गए थे.
12 फरवरी से ही परीक्षार्थियों ने आयोग के सामने आंदोलन करना शुरू कर दिया और दोबारा परीक्षा कराये जाने की मांग पर अड़े हुए थे. आंदोलन के समय कई छात्र-छात्राओं की गिरफ्तारी भी हुई लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी. अंततः सरकार ने परीक्षार्थियों की बात को मानते हुए परीक्षा को निरस्त कर दिया है और दोबारा परीक्षा 6 महीने के अंदर कराए जाने के निर्देश दे दिए हैं.
11 फरवरी को थी परीक्षा, पेपर लीक का लगा था आरोप
बीते 11 फरवरी को आरओ/एआरओ की परीक्षा हुई थी. जिसमें पेपर लीक होने का आरोप लगा था. इस भर्ती परीक्षा में 10,69,725 अभ्यर्थियों को शामिल होना था. प्रदेश के 58 जिलों में 2387 केंद्र बनाए गए थे. दो पाली में हुई परीक्षा में केवल 64% अभ्यर्थी शामिल हुए थे. यह भर्ती 411 पदों पर चयन होना था. परीक्षा शुरू होते ही तत्काल पेपर लीक के आरोप लगना शुरू हो गए थे. इसके बाद परीक्षार्थियों ने 12 फरवरी से आयोग के बाहर धरना प्रदर्शन करना शुरू कर दिया था और दोबारा परीक्षा कराये जाने की मांग पर अड़े हुए थे. आयोग ने इस मामले ने 3 सदस्यीय टीम बनाकर कमेटी को जांच सौंप दी थी.
6 माह के अंदर दोबारा पेपर, की जायेगी कठोर कार्रवाई
पेपर लीक का मामला एक्स पर टॉप ट्रेंड में था. इस आंदोलन में युवक और युवतियां लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे थे. आखिरकार उनकी जीत हुई. सीएम योगी आदित्यनाथ ने परीक्षा को निरस्त करते हुए कहा कि परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी हाल में छोड़ा नहीं जाएगा उनके विरुद्ध कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी. 6 माह में उन्होंने फिर से परीक्षा कराये जाने के लिए निर्देश दिए हैं इसके साथ ही एसटीएफ को जाांच दी है.
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा 11 फरवरी 2024 को आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक) परीक्षा, 2023 को निरस्त करने तथा आगामी 06 माह में इसे पुनः कराने के आदेश दिए हैं।
परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों को किसी भी दशा में बख्शा नहीं जाएगा।
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प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं कहना है कि अगर परीक्षा हो तो पेपर लीक रोकने के कड़े और व्यापक इंतजाम होने चाहिए. लगातार हम पेपर लीक होने से परेशान थे उन्होंने सीधा आरोप लगाया है कि किसी न किसी अधिकारी या कर्मचारियों की मिलीभगत से ही पेपर लीक हुआ है.