PCS Topper Siddharth Gupta Success Story: कौन हैं सिद्धार्थ गुप्ता? जिन्होंने PCS EXAM में किया टॉप, जानिए नायब तहसीलदार से SDM बनने की कहानी
Siddharth Gupta UPPSC PCS Topper
कामयाबी और सफलता (Success) उसे ही मिलती है जिसका धैर्य (Patience) नहीं डगमगाता. चुनौतियां आती है लेकिन जो इन चुनौतियों (Challenge) का सामना कर गया अंत में जीत उसी की तय है. इस बात को चरितार्थ किया है, सहारनपुर, देवबंद (Saharanpur Deoband) के 27 वर्षीय सिद्धार्थ गुप्ता (Siddharth Gupta) ने जिन्होंने पीसीएस 2023 परीक्षा (Pcs Exam 2023) में प्रदेश में टॉप किया है. सिद्धार्थ का एसडीएम बनने का सपना पूरा हो गया है. इस सफलता का श्रेय अपने परिजनों और गुरुजनों को दिया.
देवबंद के सिद्धार्थ गुप्ता ने एसडीएम बनकर बढ़ाया मान
UPPSC का फ़ाइनल रिजल्ट जारी (Final Result Released) होने के बाद प्रदेश को 41 एसडीएम (Sdm) और 42 डिप्टी एसपी (Deputy Sp) मिल गए. इनमें से जिस अभ्यर्थी ने प्रदेश और अपने जिले का मान बढ़ाया है वह सहारनपुर देवबंद (Deoband) के सिद्धार्थ गुप्ता (Siddharth Gupta)हैं. प्रदेश में पहली रैंक लाकर वह टॉपर (State Topper) बने हैं. उनकी इस सफलता के बाद से बधाइयों (Wishes) का तांता लग गया. सिद्धार्थ के अपने माता-पिता का सपना पूरा किया है.
कौन हैं पीसीएस टॉपर सिद्धार्थ गुप्ता?
मंजिल उसे ही मिलती है जो कठिन चुनौतियों से घबराता नहीं है. इस बात को देवबंद के सिद्धार्थ गुप्ता (Siddharth Gupta) ने साबित किया है. धैर्य और परिजनों का सपोर्ट आपको आपकी मंजिल की तरफ़ ले जा सकता है. पीसीएस 2023 परीक्षा में प्रदेश के टॉपर (State Topper) सिद्धार्थ बचपन से ही पढ़ाई में होनहार (Bright In Studies) हैं. पिता राजेश गुप्ता किराना व्यापारी (Grocer) हैं जबकि माँ अंजना गुप्ता गृहिणी (Housewife) हैं.
तीन बच्चों में सिद्धार्थ सबसे छोटे हैं. एक बहन (Sister) दिल्ली में कार्डियोलॉजिस्ट (Cardiologist) डॉक्टर है जबकि एक बहन हाउस वाइफ हैं. सिद्धार्थ की स्कूलिंग इंटर तक देवबंद के दून वैली स्कूल से हुई. सिद्धार्थ आईआईटी छोड़कर उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी सम्बद्ध हंसराज कॉलेज से बीएससी ऑनर्स किया. फिर यूपीपीएससी की तैयारी में जुट गए. सिद्धार्थ को तीन प्रयास के बाद पहले साक्षात्कार (Interview) में ही सफलता मिल गयी.
पहले नायब तहसीलदार अब डिप्टी कलेक्टर
सिद्धार्थ पीसीएस 2022 परीक्षा भी पास कर चुके हैं, वर्तमान में वे बिजनौर में नायाब तहसीलदार (Nayab Tehsildar) के पद पर कार्यरत हैं. उनका इतने में मन नहीं भरा उन्हें तो एसडीएम (Sdm) बनना था. सिद्धार्थ ने तैयारी जारी रखी और अबकी बार पीसीएस 2023 परीक्षा में आखिर प्रदेश में नम्बर 1 स्थान हासिल कर डिप्टी कलेक्टर यानी एसडीएम (Sdm) बन गए. वे 12 से 13 घण्टे पढ़ाई (Study) करते रहे.
उन्होंने अपनी इस सफलता का श्रेय गुरुजनों व माता-पिता को दिया है. वहीं परिजनों का कहना है कि बेटे ने सपना पूरा कर दिया. उधर सिद्धार्थ के एसडीएम (Sdm) बनने की सूचना जैसे ही जिले में लगी. रिश्तेदारों ,दोस्तो व जिले के तमाम लोगों का किराना व्यापारी के घर बधाई देने वालो का तांता लग गया. बधाइयां देने आए सभी का कहना है कि यह हमारे प्रदेश और जिले के लिए बड़े ही गर्व की बात है.