UP News In Hindi: यूपी के बच्चों को Yogi Adityanath सरकार दे रही है 4000 मासिक ! जानिए क्या है योजना
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UP News In Hindi: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार स्पॉन्सरशिप योजना के तहत अनाथ और बाल भिक्षुकों और गरीबों को 4 हजार रूपए मासिक दे रही है. इस आर्थिक मदद से बच्चे जीवन में बदलाव ला सकते हैं. इस योजना में उन बच्चों को लिया जा रहा है जिनकी उम्र 18 साल या उससे कम है. अब तक 11860 बच्चों को सहायता मिल चुकी है.
UP News In Hindi: यूपी की योगी सरकार वंचितों अनाथों और बाल भिक्षुकों के जीवन में बदलाव लाने के लिए स्पॉन्सरशिप योजना (Sponsorship Scheme) लेकर आई है. सरकार ने इस वित्तीय वर्ष के लिए 20 हजार बच्चों को योजना से छोड़ने का लक्ष्य रखा है.
बताया जा रहा है कि इस स्कीम में 18 साल या उससे कम उम्र के ओएएस बच्चे जुड़कर लाभ ले सकते हैं. जानकारी के मुताबिक पिछले वित्तीय वर्ष में 7 हजार से अधिक बच्चों को लाभ मिला था जिसमें सरकार ने 9.10 करोड़ रुपए की सहायता धनराशि प्रदान की थी.
क्या है स्पॉन्सरशिप योजना (Sponsorship Scheme In UP)
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अनाथों वंचितों और बाल भिक्षकों के जीवन को नया रंग देने के लिए स्पॉन्सरशिप योजना (ओएएस) चला रही है. महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव बी चंद्रकला ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि अनाथ बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए योगी आदित्यनाथ सरकार बीते 17 जुलाई 2022 से स्पांसरशिप योजना (Sponsorship Scheme) को मंजूरी देते हुए चला रही है.
उन्होंने कहा कि इस योजना में केंद्र सरकार 60 और राज्य सरकार 40 प्रतिशत का खर्च वहन करती है. उन्होंने कहा कि वंचित, अनाथ और भीख मांगने वाले बच्चे जिनकी उम्र 18 वर्ष या उससे कम है वो इस स्कीम के तहत 4000 रुपए मासिक प्राप्त कर सकते हैं.
सचिव बी चंद्रकला कहती हैं कि जिन अभिभावकों की ग्रामीण क्षेत्र में सालाना आय 72 हजार रूपए और शहरी में 96 हजार है वो सभी इस योजना से जुड़ कर अपने बच्चों का भविष्य सुधार सकते हैं वहीं जिन बच्चों के कोई भी नहीं है अर्थात अनाथ हैं उनको आयु सीमा में छूट देकर लाभ दिया जाएगा.
स्पॉन्सरशिप योजना से इन बच्चों को भी मिलेगा लाभ
सरकार की स्पॉन्सरशिप योजना से गरीब वंचित अनाथों और भिक्षकाें के साथ-साथ बाल विवाह, बाल श्रम, प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित, दिव्यांग बच्चे साथ ही जेल में बंद माता-पिता, एचआईवी एड्स से प्रभावित अभिभावकों के बच्चे जिनके माता पिता आर्थिक रूप से कमजोर हैं.
उत्पीड़न या शोषित बच्चे, फुटपाथ में रहकर जीने वालों को सरकार हर संभव सहायता प्रदान करेगी. बताया जा रहा है कि केंद्र सरकार की मिशन वात्सल्य योजना से 2024-25 में अब तक 11860 बच्चों को 14.23 करोड़ की धनराशि सहायता के रूप में प्रदान की जा चुकी है.