Who Is Navendu Mishra: कानपुर के 34 साल के नवेंदु मिश्रा ने ब्रिटेन में गाड़ दिया झंडा ! सर्वाधिक मतों से जीतकर बने सांसद
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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) के मूल निवासी नवेंदु मिश्रा (Navendu Mishra) ने ब्रिटेन (Britain) की लेबर पार्टी (Labor Party) से सांसदीय (MP) का चुनाव लड़ते हुए सर्वाधिक मतों से जीत दर्ज की है. जानिए भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक नवेंदु मिश्रा के बारे में
Who Is Navendu Mishra: भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक नवेंदु मिश्रा (Navendu Mishra MP) ने ब्रिटेन (Britain) में हुए चुनाव में रिकार्ड तोड़ मतों से जीत हासिल करते हुए दूसरी बार सांसद बने हैं. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) आर्यनगर के मूलरूप से रहने वाले नवेंदु मिश्रा ने लेबर पार्टी (Labor Party) के टिकट पर स्टॉकपोर्ट सीट से चुनाव जीतकर दूसरी बार जीत दर्ज की है.
बताया जा रहा है कि उनकी पार्टी इसबार ब्रिटेन में सरकार बनाने जा रही है. कानपुर (Kanpur) और ननिहाल गोरखपुर (Gorkhpur) में खुशी की लहर दौड़ गई है. जानकारी के मुताबिक ब्रिटेन की सत्ता पर पिछले कई सालों से राज करने वाली कंजर्वेटिव पार्टी को चुनाव में शिकस्त मिली है. भारतीय मूल के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ने जीत दर्ज की है लेकिन उनकी कंजर्वेटिव पार्टी हार चुकी है.
कानपुर में है घर गोरखपुर में नवेंदु का ननिहाल
कानपुर (Kanpur) के मूलरूप से रहने वाले नवेंदु मिश्रा (Navendu Mishra MP) का जन्म 22 अगस्त, 1989 को हुआ था. आर्यनगर के रहने वाले उनके पिता का नाम प्रभात रंजन मिश्र और मां का नाम मीनू मिश्रा है.
नवेंदु का बचपन कानपुर और उनके ननिहाल गोरखपुर दोनों जगह बीता. उनका एक छोटा भाई दिव्येंदु मिश्रा और एक छोटी बहन मिताली मिश्रा है. जानकारी के मुताबिक मुंबई में काम करते हुए नवेंदु के पिता की नौकरी ब्रिटेन की चॉकलेट कंपनी में लग गई थी. नवेंदु की प्रारंभिक शिक्षा कानपुर से हुई उसके बाद उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा लंदन से की. उनके पिता ने नौकरी करते हुए ब्रिटेन की नागरिकता ले ली थी.
कॉलेज के दिनों से जुड़े थे राजनीति में फिर लेबर पार्टी से बने सांसद
नवेंदु मिश्रा के पारिवारिक और ननिहाल पक्ष के अधिकतर लोग डॉक्टरी के पेशे से जुड़े हुए हैं. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक नवेंदु कॉलेज के दिनों से ही राजनीति में सक्रिय हो गए थे. ब्रिटेन की राजनीति में उन्होंने स्थानीय मुद्दों को उठाते हुए लेबर पार्टी से जुड़ गए थे.
बताया जा रहा है कि ब्रिटेन की राजनीति में भारतीय मूल के लोगों का दबदबा रहता है और वहां के लोग इन्हें पसंद करते हैं. जानकारी के मुताबिक नवेंदु मिश्रा ने स्टॉकपोर्ट में शॉप-फ्लोर ट्रेड यूनियनिस्ट के तौर पर भी काम था इसके बाद वो ट्रेड यूनियन के आयोजक भी बने थे.
उनकी वाक्यपटुता के चलते साल 2019 में लेबर पार्टी ने उन्हें Stockport Seat से टिकट दिया और उन्होंने अपनी जीत दर्ज कराई. लेकिन उनकी पार्टी की सरकार नहीं बनी. लेकिन 2024 के चुनाव में नवेंदु मिश्रा रिकार्ड वोटों से जीतते हुए अपने प्रतिद्वंदी को 16000 मतों से हराया और इसबार लेबर पार्टी की सरकार भी बनने जा रही है. आपको बतादें कि ब्रिटेन में 650 संसदीय क्षेत्र हैं. इसमें से कुछ सीटों को छोड़ कर 641 सीटों के नतीजे आ चुके हैं जिनमें 410 लेबर पार्टी को मिली हैं कीर स्टार्मर अब ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री बनेंगे.