IIT Kanpur: मंच पर दे रहे थे IIT कानपुर के प्रोफेसर समीर खांडेकर स्पीच ! अचानक हुआ कुछ ऐसा यकीन कर पाना मुश्किल
कानपुर से बेहद चौकाने वाला मामला सामने आया है. कानपुर आईआईटी के सीनियर प्रोफेसर समीर खांडेकर अचानक स्वास्थ्य से सम्बंधित स्पीच देते-देते मंच से नीचे बैठ गए और बेहोश होकर गिर पड़े. हॉल में बैठे लोग जबतक कुछ समझ पाते तबतक उनकी मौत हो चुकी थी. मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है. इस हादसे के बाद से परिजनों का बुरा हाल है.
आईआईटी प्रोफेसर मंच से गिरे हुई मौत
आजकल अक्सर सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो वायरल सामने दिखाई देते हैं. जिसमें कई लोग नाचते-नाचते, खाना खाते उन्हें हार्ट अटैक आ जाता है और उनकी मौत हो रही है. कुछ ऐसा ही मामला कानपुर आईआईटी (Kanpur IIT) से आया है यहां एल्युमिनी मीट के दौरान आईआईटी के सीनियर प्रोफेसर समीर खांडेकर (Sameer khandekar) मंच से अचानक स्पीच देते मंच पर बैठ गए. थोड़ी ही देर में वह गिर पड़े आनन फानन में मौजूद स्टॉफ ने उन्हें कार्डियोलॉजी पहुंचाया जहाँ डाक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
स्पीच के दौरान सेहत को लेकर थे आख़िरी बोल
दरअसल शुक्रवार को आईआईटी के सीनियर प्रोफेसर समीर खांडेकर (Sameer khandekar) एल्युमनाई मीट के एक आयोजन में मंच पर एक महत्वपूर्ण बिंदु स्वास्थ्य पर स्पीच दे रहे थे. तभी बोलते-बोलते अचानक उनकी आवाज शांत हो गयी और वह मंच पर ही नीचे बैठ गए. कुछ ही देर में वह बेहोश होकर गिर भी पड़े. हॉल में मौजूद स्टॉफ व विद्यार्थियों ने यह दृश्य देखा तो दंग रह गए.
तत्काल उन्हें रावतपुर स्थित कार्डियोलॉजी अस्पताल ले जाया गया. जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया. बताया जा रहा है कि स्पीच के दौरान उनके आखिरी शब्द थे 'अपनी सेहत का ध्यान रखो' जिसके बाद अचानक मंच से गिर पड़े और उनका निधन हो गया. इस घटना के बाद कानपुर आईआईटी कैम्पस व स्टॉफ में शोक की लहर है. फिलहाल उनकी मौत की वजह अबतक हार्ट अटैक बताया जा रहा है.
कौन थे आईआईटी प्रोफेसर समीर खांडेकर
समीर खांडेकर का जन्म 10 नवम्बर 1971 जबलपुर में हुआ था. 55 वर्ष की उम्र में उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया. प्रोफेसर समीर खांडेकर आईआईटी कानपुर के सीनियर प्रोफेसर के साथ ही स्टूडेंट वेलफेयर के डीन पद पर तैनात थे. उन्होंने बीटेक की पढ़ाई भी आईआईटी कानपुर से की. पीएचडी जर्मनी से की. वर्ष 2004 में आईआईटी कानपुर से असिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में जॉइन किया. 2020 में समीर मेकेनिकल इंजीनियरिंग के विभागध्यक्ष बने. फिर वर्ष 2023 को स्टूडेंट अफेयर का डीन बनाया गया. इसके साथ ही उनके नाम पर 8 पेटेंट भी थे.
बेटे के विदेश से आने के बाद होगा अंतिम संस्कार
सीनियर प्रोफेसर समीर खांडेकर अपने पीछे माता-पिता, पत्नी प्रदन्या व बेटा प्रवाह छोड़ गए. बेटा विदेश में रहता है. बेटे को सूचना कर दी गयी है उसके आने के बाद ही अंतिम संस्कार किया जाएगा. समीर खांडेकर एक सीनियर वैज्ञानिक प्रोफेसर थे. फिलहाल उनके इस तरह से हुई मौत से सभी हैरान हैं और शोक की लहर भी बनी हुई है.