IPS Manilal Patidar Sacked : आईपीएस मणिलाल पाटीदार भारतीय पुलिस सेवा से बर्खास्त, IPS लिस्ट से भी हटाया गया नाम
उत्तर प्रदेश से इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है.तीन वर्ष पहले महोबा के क्रशर व्यापारी की हत्या व भ्रस्टाचार के आरोप में यूपी कैडर के 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार को भारतीय पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है.
हाईलाइट्स
- 2014 बैच के आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार पुलिस सेवा से किये गए बर्खास्त
- महोबा के क्रशर कारोबारी की हत्या व भ्रस्टाचार के लगे थे आरोप
- आईपीएस लिस्ट से भी नाम को हटाया गया
IPS Patidar was dismissed from service : 2017 में एसपी महोबा रहे आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार को अब पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है. दरअसल उनपर क्रशर व्यापारी की हत्या समेत अन्य भ्रस्टाचार के गम्भीर आरोप लगे थे जिसके बाद से उनपर शिकंजा कसना शुरू हुआ.हालांकि 2 साल तक उन्होंने पुलिस को खूब छकाया अंत में लखनऊ की एक कोर्ट में सरेन्डर कर दिया था.
क्रशर कारोबारी की हत्या का लगा आरोप
2014 बैच के यूपी कैडर के आईपीएस अधिकारी मणिलाल पाटीदार जब महोबा जिले के एसपी बनकर 2017 में आये थे. तब उनपर कुछ दिन बाद क्रशर व्यापारी इन्द्रकांत त्रिपाठी की हत्या का आरोप लगा था.कारोबारी ने इससे पहले वीडियो जारी कर पाटीदार से जान का खतरा बताया था.इसमें उसने महोबा के तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार और कबरई के तत्कालीन दरोगा देवेंदु शुक्ला पर वसूली का आरोप लगाया था.
2 वर्ष तक रहा फरार
मामला शासन तक पहुंचने पर शासन के निर्देश पर उसे सस्पेंड कर दिया गया था.सस्पेंशन के एक दिन बाद ही क्रशर कारोबारी की हत्या कर दी गई. जिसका सीधा आरोप पाटीदार पर लगा और वह फरार हो गया. कारोबारी के भाई रविकांत त्रिपाठी ने इस मामले में मणिलाल पाटीदार समेत चार लोगों के खिलाफ़ मुकदमा दर्ज कराया था. करीब 2 वर्ष तक पाटीदार ने पुलिस को खूब दौड़ाया और उनसे आंख-मिचौली खेलता रहा. 2022 में उसने लखनऊ की एक कोर्ट में सरेन्डर किया. हालांकि कुछ दिन जेल में रहने के बाद उसे बेल मिल गई थी.
आईपीएस की लिस्ट से भी हटाया नाम
यूपी सरकार ने मणिलाल पाटीदार को ड्यूटी के दौरान लापरवाही बरतने व अन्य मामलों को देखते हुए शासन द्वारा एक रिपोर्ट बनाकर केंद्रीय गृह मंत्रालय भेजी थी जिसके बाद मणिलाल पाटीदार को आईपीएस सेवा से बर्खास्त कर दिया है. और आईपीएस की लिस्ट से भी उसका नाम हटा दिया गया है.उत्तर प्रदेश शासन द्वारा भेजी गई रिपोर्ट के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पाटीदार पर कार्रवाई की है.