OTS Scheme In UPPCl: 'शाबाश' फतेहपुर का बिजली विभाग ! बिना कनेक्शन दर्जनों लोगों को भेजा लाखों का बिल
Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन (UPPCL) का गजब कारनामा सामने आया है. बिजली विभाग (Bijli Bibhag) ने एक दर्जन से लोगों को 2 लाख से 2.5 लाख का बिल (Bijli Bill) भेज दिया जबकि अभी तक कोई कनेक्शन ही नहीं हुआ है.
OTS Scheme In UPPCl: यूपी के फतेहपुर (Fatehpur) में बिजली विभाग (Bijli Bibhag) की कार्यशैली के चलते आम लोगों को मजबूरन साहबों की चौखट के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं. बिना सर्विस केबल और मीटर के ही लोगों को उपभोक्ता बना कर लाखों रुपए का बिल भेज दिया गया.
गजब मामला खजुहा ब्लॉक (Khajuha Block) के मौहारी ग्राम पंचायत का है जहां एक दर्जन से अधिक ग्रामीण इस परेशानी से जूझ रहे हैं. बताया जा रहा है कि इस समय OTS Scheme के तहत विभाग राजस्व वसूली करने में लगा है. कॉरपोरेशन की रैंकिंग में बेहतर प्रदर्शन करने के चलते जबरन लोगों को बिल भेजा जा रहा है.
19 साल पहले योजना के तहत किया था आवेदन
फतेहपुर (Fatehpur) के खजुहा ब्लॉक (Khajuha Block) अंतर्गत मौहारी ग्राम पंचायत के रघुवीर, छेदीलाल, अल्केश, गंगासागर, जितेंद्र, शिव विशाल, सर्वेश शिवहरे, रामराज, राम नरेश समेत एक दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने कुटीर कनेक्शन योजना (Kutir Canection Yojana) के तहत आवेदन किया था.
बताया जा रहा है कि ग्रामीणों के आवेदन करने के बाद घरों में ना मीटर लगाए गए और ना ही सर्विस केबल ही डाली गई. बाउजूद 19 साल बाद 2024 के अंत में सीधे 2 से 2.5 लाख का सीधे बिल (Bijli Bill) भेज दिया गया. जानकारी के मुताबिक जैसे ही लोगों ने बिल देखा तो उनके होश उड़ गए.
बिजली विभाग क्यों भेजता है ज्यादा बिल?
फतेहपुर के बिजली विभाग (Bijli Bibhag) का ये कोई नया मामला नहीं है हजारों लोग इस जख्म से पीड़ित हो चुके हैं. विभागीय सूत्र बताते हैं कि इस तरह के कारनामों में मीटर रीडर से लेकर संबंधित अधिकारियों की मिली भगत होती है. अधिक बिजली बिल (Bijli Bill) आने के बाद उपभोक्ता पहले एक ऑफिस से दूसरे ऑफिस में चक्कर लगाता है फिर मजबूरी में उसे कुछ लेन देन करते हुए मामला निपटाना पड़ता है.
क्या कहते हैं विभाग के जिम्मेदार अधिकारी?
संबंधित क्षेत्र के एक्सईएन हरिओम सोनी ने मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है. किन कारणों से लोगों का बिजली का बिल (Bijli Bill) अधिक आया है उसकी जांच कराई जाएगी और उसका समाधान कराया जाएगा.
लेकिन यहां समझने वाली बात यह है कि उपभोक्ताओं को इतने दिन होने वाली परेशानी, मानसिक उत्पीड़न और लगने वाले खर्च का भुगदान और करेगा. स्वार्थ में लिपटी भावनाएं आखिर लोगों का भला कैसे कर सकती हैं ये सोचने वाली बात है?