Naresh Uttam Patel: नरेश के लिए कितना उत्तम साबित होगा फतेहपुर ! जानिए इनके राजनैतिक सफ़र के बारे में
Fatehpur News In Hindi
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल (Naresh Uttam Patel) को टिकट देकर अपना प्रत्याशी बनाया है. जानिए इनका अब तक का राजनैतिक सफ़र कैसा रहा है.
फतेहपुर से नरेश उत्तम को मिला टिकट, कल दाखिल करेंगे पर्चा
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फतेहपुर (Fatehpur) में सभी अटकलों को विराम देते हुए समाजवादी पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल (Naresh Uttam Patel) को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है. जिला अध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप सिंह (Surendra Yadav) ने जिला निर्वाचन अधिकारी फतेहपुर के नाम पत्र जारी करते हुए उन्हें अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया है साथ ही 2 मई को उनके नामांकन के विषय में जानकारी दी है.
पीपीएन से स्नातक डीसी लॉ से वकालत की पढ़ाई
फतेहपुर के जहानाबाद क्षेत्र के लहुरी सरॉय के रहने वाले नरेश उत्तम पटेल पुत्र स्व. रोशनलाल एक किसान के बेटे हैं. इन्होंने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई करने के बाद कानपुर के पीपीएन कॉलेज में साल 1975 में ग्रेजुएशन के लिए एडमिशन लिया था. पीपीएन से स्नातक करने के बाद इन्होंने डीएवी कॉलेज के डीसी लॉ से वकालत की पढ़ाई की और डीसी लॉ से छात्रसंघ के अध्यक्ष बने. जानकारी के मुताबिक यहीं से इनकी राजनीति में कदम रखने की शुरुवात हुई.
मुलायम सिंह यादव से मुलाकात बने महासचिव
नरेश उत्तम पटेल की मुलायम सिंह यादव से पहली मुलाकात कानपुर में हुई. जानकारों की माने तो फतेहपुर के खजुहा के रहने वाले रमेश उत्तम जो कि कानपुर के डीएवी कॉलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष रहे उनको युवा लोकदल दल का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था.
बताया जा रहा है उस दौर में गाजीपुर जनपद में उप चुनाव में जाते समय दुर्घटना में उनकी मृत्यु हो गई थी. जानकारी के मुताबिक उनके तेरहवीं संस्कार में कानपुर के किदवई नगर में मुलायम सिंह यादव सम्मिलित हुए थे तभी नरेश उत्तम पटेल की उनसे मुलाकात हुई. बताया जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव ने नरेश उत्तम को युवा लोकदल का प्रदेश महासचिव बना दिया.
नरेश उत्तम को पहली बार मिला एमएलए का टिकट
फतेहपुर की जहानाबाद विधानसभा से लोकदल के कद्दावर नेता और विधायक रहे रामकिशोर वर्मा ने साल 1985 में हुए विधानसभा चुनाव में राजनीति से संन्यास लेते हुए अपनी बागडोर नरेश उत्तम पटेल को सौंप दी और लोकदल पार्टी से चुनावी मैदान में इनको उतार दिया. बताया जा रहा है कि उस चुनाव में नरेश उत्तम हार गए और प्रकाश अवस्थी की जीत हुई. कुछ जानकार ये भी बताते हैं कि इनको गलत मनसूबों से हराया गया.
जनता दल से पहली बार जीते नरेश बने उप मंत्री
साल 1989 में फतेहपुर से जनता दल की टिकट से चुनावी मैदान में वीपी सिंह उतरे और जहानाबाद विधानसभा से नरेश उत्तम पटेल को टिकट मिला. उस चुनाव में वीपी सिंह फतेहपुर से एमपी बने और देश के प्रधानमंत्री बने. जनता दल से मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और जहानाबाद से विधायक बनते हुए नरेश उत्तम पटेल को प्रदेश में डिप्टी मिनिस्टर बनाया गया. बताया जा रहा है कि नरेश उत्तम पटेल जहानाबाद से 6 बार चुनाव लड़ें लेकिन 1989 में जीत के बाद इन्हें केवल हार का सामना करना पड़ा
नरेश उत्तम पटेल बने सपा के प्रदेश अध्यक्ष
नरेश उत्तम पटेल ने जहानाबाद विधानसभा क्षेत्र से साल 1989 में जनता दल की टिकट से विधायक बने उसके बाद इनको जहानाबाद से कभी जीत हासिल नहीं हुई. नरेश उत्तम समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में एक हैं. तीन बने ये सपा से MLC रहे.
बताया जा रहा है कि साल 2017 में जब शिवपाल यादव और अखिलेश यादव के बीच मनमुटाव हुआ तो अखिलेश ने शिवपाल यादव को प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटाते हुए नरेश उत्तम को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया था तब से नरेश अभी तक प्रदेश अध्यक्ष के पद पर बने हुए हैं.
फतेहपुर के लोकसभा चुनाव में नरेश क्या लिखेंगे नया अध्याय?
राजनीति में अपनी साफ सुथरी छवि के रूप में पहचान बनाने वाले नरेश उत्तम पटेल के लिए 18वीं लोकसभा चुनाव काफी महत्वपूर्ण शाबित होने वाला है. फतेहपुर की राजनीति के धरातल से समझने वाले नरेश की सीधी टक्कर भाजपा की साध्वी निरंजन ज्योति से मानी जा रही है. गठबंधन से हो रहा चुनाव नरेश के लिए कितना उत्तम होगा ये फतेहपुर की जनता आगामी 20 मई को तय करेगी.